प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस के प्रोफेसर को तीन माह की और ऑक्सीजन oxygen Aajtak 24 News


बार-बार कार्यकाल बढ़ाए जाने से छात्र उठा रहे कई प्रश्न

इंदौर - प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस स्थाई प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए अभी तक राह तक रहे हैं। बार-बार अस्थाई रूप से कार्यकाल बढ़ाए जाने के कारण इन कॉलेज के प्रोफेसर ऑन में भी असंतोष देखा जा रहा है वही कल छात्रों में भी इस प्रकार की प्रक्रिया से कई प्रकार के प्रश्न सामने आ रहे हैं। एक बार फिर हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 3 महीने के लिए इन कॉलेज के प्रोफेसर की कार्य अवधि बढ़ाई है।

जानकारी अनुसार प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस के छात्रों का कहना है कि शिक्षा का क्षेत्र एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसके बाद भी इन कॉलेज में स्थाई प्रोफेसर की नियुक्ति क्यों नहीं की जा रही है। अस्थाई शिक्षकों के भरोसे कब तक इस प्रकार कॉलेज संचालित होते रहेंगे। उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उन्नत किए गए कालेजों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया अब भी पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में उच्च शिक्षा विभाग ने एक बार फिर शैक्षणिक गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए डिप्लायमेंट पर कार्यरत अधिकारियों की सेवा अवधि में वृद्धि की है। विभाग से जारी आदेश के अनुसार, पहले डिप्लायमेंट तीन माह की अवधि के लिए किया गया था, जिसे अब 2 माह की वृद्धि के साथ बढ़ाया गया था। वर्तमान‌ में चयन प्रक्रिया के माध्यम से किए गए शैक्षणिक अधिकारियों के डिप्लायमेंट को देखते हुए, राज्य‌ शासन ने प्रशासनिक आवश्यकता के तहत 11 जुलाई 2024, 12 जुलाई 2024 और 16.10.2024 के समसंख्यक आदेशों की निरंतरता में यह निर्णय लिया है। 

टीचिंग व्यवस्था फिलहाल एक जैसी रहेगी

जानकारी अनुसार नए आदेश के अनुसार प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में डिप्लाय किए गए अधिकारियों की डिप्लायमेंट अवधि को आगामी 3 माह के लिए और बढ़ा दिया गया है। हालांकि इससे कालेजों की शिक्षण व्यवस्था फिलहाल बनी रहेगी, लेकिन स्थायी नियुक्ति की दिशा में ठोस कदम अब तक नहीं उठाए जाने को लेकर शिक्षकों व छात्रों में असंतोष बना हुआ है। लगातार बढ़ती डिप्लायमेंट अवधि‌ इस बात का संकेत है कि चयन प्रक्रिया या तो धीमी है या फिर प्राथमिकता में नहीं।

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