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मुंबई दहला: कलयुगी मां ने प्रेमी से करवाया ढाई साल की बेटी का रेप, मौत के बाद मिर्गी का बताया दौरा doura Aajtak24 News |
मुंबई - मायानगरी मुंबई एक बार फिर रिश्तों की ऐसी अकल्पनीय क्रूरता की गवाह बनी है, जिसने हर संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया है। मलाड के मालवणी इलाके से सामने आए एक दिल दहला देने वाले मामले में, एक 30 वर्षीय कलयुगी मां और उसके 19 वर्षीय प्रेमी को ढाई साल की मासूम बच्ची के बलात्कार और हत्या के जघन्य आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना मानवीय मूल्यों के पतन की पराकाष्ठा को दर्शाती है, जहाँ एक मां ने अपनी ही आंखों के सामने अपने प्रेमी को अपनी ढाई साल की बेटी का यौन शोषण करने दिया, जिसके बाद बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई।
मौत को छुपाने का घिनौना प्रयास: मिर्गी का दौरा बनाम वीभत्स चोटें
यह भयावह वारदात रविवार देर रात उस वक्त सामने आई, जब बच्ची को मालवणी जनकल्याण नगर स्थित एक सरकारी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने बच्ची की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मौत का कारण जानने पर डॉक्टरों को बच्ची के निजी अंगों पर गंभीर और ताजा चोटों के निशान मिले, जिससे उन्हें तत्काल संदेह हुआ। मां ने डॉक्टरों को गुमराह करने की हर संभव कोशिश की और दावा किया कि बच्ची को मिर्गी का दौरा पड़ा था, जिसके कारण उसकी जान गई। हालांकि, डॉक्टरों की सतर्कता और बच्ची के शरीर पर मिले वीभत्स निशानों ने इस झूठी कहानी की पोल खोल दी। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई, और प्रारंभिक जांच में यह पुष्टि हुई कि बच्ची की मौत दम घुटने से हुई है, और उसके निजी अंगों पर मिले चोट के निशान स्पष्ट रूप से यौन उत्पीड़न की ओर इशारा कर रहे थे।
रिश्तों का बिखराव और मां की संवेदनहीनता: चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस पूछताछ और जांच में इस त्रासदी के पीछे के कुछ परेशान करने वाले तथ्य सामने आए हैं। आरोपी महिला का तीन साल पहले तलाक हो गया था और वह मलवणी इलाके में अपने माता-पिता के घर में रह रही थी। इसी दौरान उसका 19 वर्षीय लड़के के साथ रिश्ता बना। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला ने स्वीकार किया है कि वह पहले अपने प्रेमी को अपनी बेटी के साथ यौन उत्पीड़न करने देने के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन प्रेमी के बार-बार दबाव डालने पर वह मान गई। इस घटना की क्रूरता को और बढ़ाने वाला तथ्य यह है कि मां बच्ची की देखभाल नहीं करना चाहती थी। बच्ची की पूरी जिम्मेदारी उसकी बूढ़ी नानी पर थी, जो घरेलू सहायिका के तौर पर काम करके महीने में मात्र 3000 रुपये कमाती हैं। यह भयावह अपराध उस समय हुआ जब बच्ची की नानी घर पर नहीं थीं। महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पहली शादी से हुई इस बेटी की देखभाल नहीं करना चाहती थी और शायद यही उदासीनता इस जघन्य कृत्य का कारण बनी।
कठोर धाराओं में मामला दर्ज: न्याय की उम्मीद
इस अमानवीय अपराध के लिए आरोपी महिला और उसके प्रेमी दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें बलात्कार, मौत का कारण बनना (हत्या), सबूतों से छेड़छाड़, और सामान्य इरादा शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों से संबंधित POCSO एक्ट के तहत भी उन पर गंभीर यौन उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न, और अपराध की सूचना देने में विफलता के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि हर पहलू को उजागर किया जा सके और दोषियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके। यह घटना न केवल मुंबई, बल्कि पूरे देश को सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में नैतिकता का स्तर किस हद तक गिर चुका है और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभी भी कितनी गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है। यह मासूम बच्ची के लिए न्याय की लड़ाई है, और उम्मीद है कि कानून अपना काम करेगा।