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मध्य प्रदेश में भाजपा नेता के बयान पर बवाल: विधायक नरेंद्र प्रजापति बोले- "अमेरिका का आदेश न आता तो पाक को नेस्तनाबूद कर देती सेना Aajtak24 News |
रीवा - मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के विवादित बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वन मंत्री विजय शाह और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बाद अब रीवा जिले के मनगवां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति अपने एक बयान को लेकर सियासी घमासान के केंद्र में आ गए हैं। देशभर में निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में उनके दिए गए भाषण ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
क्या था विधायक का विवादित बयान?
विधायक नरेंद्र प्रजापति ने अपने भाषण में कहा कि, "अगर अमेरिका की ओर से सीजफायर का आदेश नहीं आता, तो भारतीय सेना पाकिस्तान को नेस्तनाबूद कर देती।" यह बयान तुरंत विवादों के घेरे में आ गया है। विपक्ष ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीधा सवाल उठाया है कि क्या भारत की सैन्य कार्रवाइयां किसी विदेशी शक्ति, खासकर अमेरिका, के आदेश पर निर्भर करती हैं? इस बयान को अब मध्यप्रदेश के भाजपा नेताओं द्वारा पूर्व में दिए गए कई विवादित बयानों की कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे विधायक प्रजापति अचानक मीडिया की सुर्खियों में आ गए हैं।
विधायक ने दी सफाई: 'बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया'
विवाद बढ़ता देख विधायक नरेंद्र प्रजापति ने तुरंत मीडिया से बातचीत में अपने बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, "मेरे कहने का आशय यह था कि हमारी सेनाओं की कार्रवाई इतनी प्रभावी और जबरदस्त थी कि पाकिस्तान को घुटनों पर आना पड़ा और अंततः उन्होंने खुद युद्धविराम की गुहार लगाई। अमेरिका का नाम 'फ्लो में' आ गया था, लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि हमारी सेनाएं किसी विदेशी आदेश पर काम करती हैं। विधायक ने आगे जोर देकर कहा कि यह तिरंगा यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई सैन्य सफलता—विशेषकर 'ऑपरेशन सिंदूर'—के सम्मान में निकाली गई थी। उन्होंने दावा किया कि इस ऑपरेशन में भारत की तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया और कई खूंखार आतंकियों को मार गिराया, जो भारतीय सेना के अदम्य शौर्य का प्रतीक है।
विपक्ष पर साधा निशाना: 'देशभक्ति को तोड़-मरोड़ रहे विरोधी'
नरेंद्र प्रजापति ने अपने बचाव में विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि "सरकार की सैन्य सफलताओं से बौखलाए विपक्षी दल अब जानबूझकर तिल का ताड़ बना रहे हैं।" उन्होंने कहा कि विपक्ष जानबूझकर देशभक्तिपूर्ण भावनाओं को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है ताकि देशवासियों को भ्रमित किया जा सके। विधायक ने ऐसे संवेदनशील विषयों पर झूठ फैलाने को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया और इसे "देश की सेना के शौर्य के अपमान के बराबर" करार दिया। यह बयान मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर चुका है और आने वाले दिनों में इसके और अधिक तूल पकड़ने की संभावना है। अब देखना यह होगा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस पूरे मामले पर क्या रुख अपनाता है और विपक्ष इस मुद्दे को कितनी आक्रामकता से उठाता है।