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बिहार के कैमूर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म: नाच से लौट रही 17 साल की लड़की बनी हैवानियत का शिकार shikar Aajtak24 News |
कैमूर - बिहार के कैमूर जिले में एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां नगर थाना क्षेत्र में 17 साल की एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस जघन्य अपराध को तब अंजाम दिया गया जब लड़की शनिवार की देर रात गांव में ही एक नाच कार्यक्रम देखकर अपने घर लौट रही थी। पुलिस ने इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे गहन पूछताछ जारी है। यह घटना समाज में लड़कियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
आधी रात की हैवानियत: सुनसान जगह पर किया गया दुष्कर्म
जानकारी के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना शनिवार की रात को घटित हुई। पीड़िता अपने गांव में ही आयोजित एक स्थानीय नाच कार्यक्रम देखने गई थी, जैसा कि ग्रामीण इलाकों में अक्सर होता है। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब वह अकेली अपने घर की ओर लौट रही थी, तभी घात लगाए बैठे दो युवकों ने उसे पकड़ लिया। आरोपियों ने पीड़िता को जबरन गांव के ही एक सुनसान स्थान पर खींच लिया। वहां, दोनों दरिंदों ने बारी-बारी से नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। यह पल पीड़िता के लिए शारीरिक और मानसिक यातना का चरम था।
पीड़िता ने बताई आपबीती, परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
हैवानियत का शिकार होने के बाद पीड़िता किसी तरह हिम्मत जुटाकर अपने घर पहुंची। सदमे में डूबी और डरी हुई लड़की ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। परिवार के लोग इस घटना से स्तब्ध रह गए और तुरंत इंसाफ की गुहार लगाने का फैसला किया। परिजनों ने बिना देर किए नगर थाने में एक लिखित शिकायत (आवेदन) के माध्यम से घटना की जानकारी दी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: आरोपियों की गिरफ्तारी और जांच शुरू
शिकायत मिलते ही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम तत्काल हरकत में आ गई। नगर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर त्वरित रूप से मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़िता द्वारा दिए गए आरोपियों के हुलिए और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर पुलिस ने देर न करते हुए त्वरित छापेमारी अभियान चलाया। इस अभियान के परिणामस्वरूप दोनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उनसे घटना के संबंध में गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस अपराध के सभी पहलुओं और उनके संभावित अन्य साथियों का पता लगाया जा सके।
मेडिकल जांच, कोर्ट में बयान और वीडियो वायरल होने का डर
पुलिस ने पीड़िता को तुरंत मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। यह कानूनी प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो मामले को मजबूत बनाने में मदद करता है। मेडिकल जांच के बाद, पीड़िता का बयान कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया जाएगा, जो न्यायिक प्रक्रिया के लिए अनिवार्य है। पुलिस ने घटना स्थल का भी बारीकी से मुआयना किया है और वहां से कुछ महत्वपूर्ण सैंपल इकट्ठा किए हैं, जो जांच में सहायक हो सकते हैं और साक्ष्य के रूप में काम आएंगे।
इस दुखद घटना से पीड़िता का परिवार गहरे सदमे, भय और चिंता में डूबा हुआ है। पीड़िता को सबसे बड़ा डर इस बात का सता रहा है कि बदमाशों ने दुष्कर्म का वीडियो बना लिया होगा और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर सकते हैं। यह डर पीड़िता के मानसिक स्वास्थ्य पर और भी बुरा असर डाल रहा है। पुलिस इस संवेदनशील बिंदु पर भी गंभीरता से जांच कर रही है और आश्वस्त किया है कि ऐसे किसी भी प्रयास को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा। पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।
इस प्रकार की घटनाएं समाज में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बनती जा रही हैं। यह घटना एक बार फिर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ाने और अपराधियों पर नकेल कसने की आवश्यकता पर बल देती है ताकि महिलाएं और लड़कियां बिना किसी डर के आजादी से जी सकें।