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जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी jari Aajtak24 News |
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही - पंचायत सचिवों के शासकीयकरण और अन्य लंबित मांगों को लेकर प्रदेशभर में जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत जनपद पंचायत गौरेला के सचिव भी धरने पर बैठे हुए हैं। हड़ताल का नेतृत्व किशन राठौर (जिलाध्यक्ष) कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक पंचायत सचिवों की मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द सकारात्मक निर्णय लेने की अपील की, ताकि पंचायत स्तर की विकास योजनाएँ फिर से सुचारु रूप से संचालित हो सकें।
हड़ताल का असर – रुकी सरकारी योजनाएँ
इस हड़ताल के कारण मनरेगा, पेंशन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पंचायत से जुड़े अन्य सभी कार्य ठप हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ये सचिव हड़ताल में शामिल
धरने में प्रमुख रूप से दिनेश शर्मा, नानहूं दास, नरेश पूरी, उमाशंकर, शंभू सिंह, दामोदर राठौर, बालकरण पैकरा, महेश यादव, जीवन राठौर, रामसिंह, सुरेश, चंद्रकांत राठौर, कविता राठौर, उत्तरवती, संगीता, लक्ष्मी, सुशीला, किरण, उम्मेद सिंह, नरोत्तम, रमेश यादव, ओंकार, भैयालाल, ऊदल यादव, सतीश यादव, अंजनी यादव, लालसिंह, परवीन, प्रहलाद, गीता, फूलदास, राधेलाल, दिलदार, विजयबहादुर, राजकुमार, शैलेन्द्र, प्रवीण, संतकुवर, ललन बघेल, जानकी, राजेश्वरी, अश्वनी, रामसिंह उतरती, भारत, प्रीतम, बृजलाल, सुरेश, दुर्गेश, जगदीश, चंद्रपाल, रविचंद, आधार सिंह, चंदर, घनश्याम, कुसुम, शिवचरण, दया, राजेंद्र, बजरंग, संतराम, रायसिंह, केदारसिंह, पूरन सहित कई अन्य पंचायत सचिव शामिल रहे।
संघ की चेतावनी – मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन होगा तेज
संघ ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर सरकार द्वारा उचित निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और राज्य स्तर पर उग्र विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।