रुद्रपुर हत्याकांड: प्यार, धोखा और सिर कलम कर हत्या की खौफनाक दास्तां dasta Aajtak24 News

 

रुद्रपुर हत्याकांड: प्यार, धोखा और सिर कलम कर हत्या की खौफनाक दास्तां dasta Aajtak24 News

रुद्रपुर/खटीमा  - उत्तराखंड के शांत और सुरम्य शहर रुद्रपुर से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों, विश्वास और प्रेम की परिभाषा को ही झकझोर कर रख दिया है। यहां एक युवक ने अपनी लिव-इन पार्टनर की न सिर्फ बेरहमी से हत्या की, बल्कि उसका सिर धड़ से अलग कर नहर में फेंक दिया। आरोपी की पहचान मुश्ताक के रूप में हुई है, जिसने प्रेम का ढोंग रचकर पूजा मंडल नाम की महिला के साथ पहले संबंध बनाए, फिर धर्म परिवर्तन करवाकर शादी की, और अंत में उसे मौत के घाट उतार दिया। यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं है, बल्कि एक महिला के साथ किए गए लंबे समय तक के भावनात्मक, सामाजिक और आर्थिक शोषण की भयानक परिणति है। कई महीनों तक गुमशुदा रही पूजा की सड़ी-गली लाश मिलने के बाद यह सच सामने आया कि कैसे एक प्रेम संबंध, छल, धोखा और निर्ममता में बदल सकता है। यह मामला सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि लिव-इन रिश्तों, पहचान छुपाकर विवाह और महिला सुरक्षा को लेकर कानून और समाज दोनों को और अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार बनना होगा।

शुरुआत: तलाक के बाद नई जिंदगी की तलाश में निकली पूजा

38 वर्षीय पूजा मंडल मूल रूप से नानकमत्ता के बंगाली कॉलोनी की रहने वाली थीं। वर्ष 2019 में उन्होंने अपने पति से तलाक ले लिया था। उनके दो बच्चे तलाक के बाद पिता के साथ शक्तिफार्म में रहने लगे। पूजा खुद एक बेहतर भविष्य और आत्मनिर्भरता की तलाश में हरियाणा के गुरुग्राम चली गईं, जहाँ उन्होंने एक स्पा सेंटर में काम करना शुरू किया।

यहीं उनकी मुलाकात सितारगंज निवासी टैक्सी चालक मुश्ताक से हुई। एक ही राज्य से होने के कारण दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और जल्द ही दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।

नाम बदला, धर्म बदलवाया, फिर शादी और धोखा

करीब डेढ़ साल साथ रहने के बाद वर्ष 2022 में मुश्ताक ने हिंदू रीति-रिवाजों से पूजा से विवाह किया, लेकिन उसने अपनी पहचान छुपाकर खुद को सुनील यादव बताया। यही नहीं, बाद में उसने पूजा का धर्म परिवर्तन भी करवाया, जिससे वह पूरी तरह उसके झूठ और छलावे में बंध गई।

हालांकि यह रिश्ता तब टूटने लगा जब पूजा को पता चला कि मुश्ताक ने किच्छा की एक अन्य युवती से चोरी-छिपे शादी कर ली है। पूजा को इस धोखे का गहरा आघात लगा।

थाने से लेकर नहर तक: हत्या से पहले की पूरी कहानी

नवंबर 2024 में पूजा ने सितारगंज कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि मुश्ताक ने अपनी असली पहचान छुपाकर शादी की है। लेकिन दोनों के बालिग होने के कारण पुलिस ने सिर्फ काउंसलिंग की और मामला बंद कर दिया। काउंसलिंग के बाद पूजा फिर मुश्ताक के साथ हरियाणा लौट गई, लेकिन वहां से कुछ दिनों बाद वह अचानक लापता हो गईं।

दिसंबर में पूजा की बहन प्रमिला विश्वास ने गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई और मुश्ताक पर शक जताया। मगर हरियाणा पुलिस ने शुरुआत में कोई गंभीर कदम नहीं उठाया, जिससे परिवार को काफी निराशा हुई।

हत्या का खुलासा: नहर में फेंका गया सिर और धड़

हरियाणा पुलिस ने कई महीनों की जांच के बाद आखिरकार कुछ दिन पहले मुश्ताक को हिरासत में लिया। सख्त पूछताछ के दौरान उसने पूजा की हत्या की बात कबूल कर ली। मुश्ताक ने बताया कि पूजा लगातार उस पर दूसरी शादी तोड़ने और पुनः साथ रहने का दबाव बना रही थी, जिससे तंग आकर उसने पूजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची।

16 नवंबर 2024 की रात, वह पूजा को घुमाने के बहाने इस्लामनगर स्थित अपनी बहन के घर से कंजाबाग-नदन्ना नहर की ओर ले गया। वहां सुनसान जगह पाकर उसने चाकू से पूजा का गला रेत दिया और हत्या के बाद सिर और धड़ को अलग-अलग कट्टों में डालकर नहर में फेंक दिया

रेस्क्यू: शव का धड़ बरामद, सिर की तलाश जारी

हरियाणा पुलिस और खटीमा पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को नहर से पूजा का सड़ा-गला धड़ बरामद किया, जो एक चादर में लिपटा हुआ था। हालांकि खबर लिखे जाने तक पूजा का सिर नहीं मिल सका है। पुलिस को आशंका है कि सिर को पत्थर और मिट्टी से भरे कट्टे में नाले में फेंका गया होगा, जिससे उसकी बरामदगी मुश्किल हो रही है।

आर्थिक शोषण भी सामने आया

पूजा के भाई असित विश्वास ने बताया कि पूजा ने जो भी कमाया, वह मुश्ताक पर खर्च कर दिया। उसने मुश्ताक के लिए सितारगंज में प्लॉट खरीदा, एक बाइक और सोने के गहने दिलवाए। मुश्ताक ने पूरी तरह पूजा का आर्थिक और भावनात्मक शोषण किया, और अंत में उसे मौत के घाट उतार दिया।

सीमा पार छिपता रहा आरोपी

पुलिस के अनुसार, हत्या के बाद मुश्ताक नेपाल भाग जाता था। उसकी लोकेशन मेलाघाट और भारत-नेपाल सीमा के आस-पास ट्रेस होती थी, लेकिन हर बार वह फरार हो जाता था। सीमा क्षेत्र की संवेदनशीलता के कारण उसे पकड़ना मुश्किल होता रहा, लेकिन अंततः पुलिस ने उसे गुप्त सूचना के आधार पर दबोच लिया।

अब तक की कार्रवाई और आगे की चुनौती

आरोपी मुश्ताक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, लेकिन पुलिस की जांच अभी जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस हत्या में और लोग शामिल थे? क्या मुश्ताक की बहन या अन्य रिश्तेदारों को इस योजना की जानकारी थी?

न्याय की लड़ाई में परिवार अकेला

पूजा की बहन और भाई बताते हैं कि उन्होंने लगातार प्रशासनिक दफ्तरों के चक्कर काटेहरियाणा पुलिस शुरू में मामला दर्ज नहीं कर रही थी। यदि समय रहते कार्रवाई होती, तो शायद पूजा को बचाया जा सकता था। अब परिवार पूजा के लिए न्याय चाहता है और आरोपी को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहा है।

निष्कर्ष: जब प्रेम बन जाए धोखा और मौत का सौदा

यह केस एक खौफनाक उदाहरण है कि कैसे प्रेम का नाटक कर कोई व्यक्ति न सिर्फ भावनात्मक बल्कि आर्थिक शोषण भी कर सकता है और अंत में हत्या जैसे अपराध को अंजाम दे सकता है। इस मामले ने लिव-इन संबंधों की सुरक्षा, महिलाओं के अधिकार, पुलिस की उदासीनता और अंतरराज्यीय कार्रवाई की कमजोरी जैसे कई गंभीर मुद्दों को उजागर किया है।

पूजा मंडल अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी दर्दनाक कहानी समाज को यह सीख देती है कि प्रेम में धोखे और अपराध के खिलाफ न्याय व्यवस्था कितनी सजग होनी चाहिए।


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