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जौनपुर में मानवता शर्मसार: नौ दरिंदों ने नाबालिग लड़की को बनाया हवस का शिकार, पुलिस ने तत्परता से सभी को दबोचा dabocha Aajtak24 News |
जौनपुर/शाहगंज - उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शाहगंज नगर में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। यहाँ नौ दरिंदों ने मिलकर एक नाबालिग लड़की के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया। पुलिस ने सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए छह घंटे के भीतर सभी नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, यह घिनौनी वारदात सोमवार रात को रामलीला मैदान में लगे प्रदर्शनी के पीछे हुई। लहूलुहान हालत में मिली किशोरी को तत्काल राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहाँ उसने अपने साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की भयावह कहानी बताई। पीड़िता के बयान के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और दुष्कर्म में शामिल पांच किशोरों और उनके चार सहयोगियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किशोरी आठ अप्रैल से अपने घर से लापता थी और इस संबंध में उसके परिजनों ने सुल्तानपुर के लमूहा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। बारह दिन इधर-उधर घूमने के बाद सोमवार शाम को वह रोडवेज पहुंची थी, जहाँ दो किशोरों ने उसे बहला-फुसलाकर एक होटल में ले गए। किशोरी ने पुलिस को दो होटलों सहित पांच दुष्कर्म के मुख्य आरोपियों और चार सहयोगियों के नाम बताए, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए देर रात अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेन्द्र सिंह और एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
आरोपियों को पकड़ने के लिए कुल पांच टीमें गठित की गई थीं, जिनमें सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम और स्थानीय पुलिस शामिल थीं। इन सभी टीमों के आपसी समन्वय से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। किशोरी द्वारा बताए गए दो होटलों में से एक प्रयागराज मार्ग पर और दूसरा अयोध्या मार्ग पर स्थित है। पुलिस ने पांचों मुख्य आरोपियों का डीएनए परीक्षण कराने के लिए स्पर्म का नमूना लिया है, जिससे दुष्कर्म की पुष्टि की जा सके। फिलहाल, गैंगरेप के कारण किशोरी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम उसकी देखभाल कर रही है।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोगों में गहरा आक्रोश है। पुलिस प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है ताकि पीड़ित किशोरी को न्याय मिल सके और समाज में इस तरह के जघन्य अपराधों के लिए एक कड़ा संदेश जाए। यह घटना एक बार फिर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है और समाज को इस दिशा में और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है।