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रीवा नगर निगम की बैठक में हंगामा: बीजेपी-कांग्रेस पार्षदों के बीच मारपीट, कुर्ता फाड़ा, गंगाजल पर छिड़ा विवाद vivad Aajtak24 News |
रीवा - नगर निगम परिषद की बैठक में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बजट पर चर्चा के दौरान बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी बहस के बाद झड़प हो गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि दोनों पक्षों के पार्षदों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, हाथापाई हुई और कुर्ते तक फाड़ दिए गए।
महापुरुषों की मूर्तियों को लेकर छिड़ा विवाद
बैठक में शहर में महापुरुषों की मूर्तियां लगाए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। बजट पुस्तिका में जिन महापुरुषों के नाम दर्ज थे, उनमें परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद, महात्मा गांधी, यमुना प्रसाद शास्त्री सहित 15 प्रमुख हस्तियों के नाम शामिल थे। इसी मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बीजेपी पार्षद समीर शुक्ला ने बजट को लेकर सवाल उठाए और कहा कि कांग्रेस महापुरुषों का सम्मान नहीं करती। उन्होंने इस बजट की "अर्थी निकालने" की बात कही, जिससे माहौल गरमा गया।
गंगाजल छिड़कने से बिगड़े हालात
इसी बीच कांग्रेस पार्षद मनीष नामदेव बोतल में पानी लेकर आए और उसे गंगाजल बताकर सभी पार्षदों और अध्यक्ष पर छिड़कने लगे। इससे बीजेपी पार्षद भड़क गए और इसे बाथरूम का गंदा पानी बताया। इस पर दोनों पक्षों के पार्षद आमने-सामने आ गए और हाथापाई शुरू हो गई।
गला दबाने और मारपीट के आरोप
बीजेपी पार्षद समीर शुक्ला ने आरोप लगाया कि उनका गला दबाने की कोशिश की गई और यह सब कुछ पूर्व नियोजित था। उन्होंने कहा, "मुझे जान से मारने की साजिश थी, महापौर ने भी मेरे साथ दुर्व्यवहार किया। पुरुष पार्षदों के बीच मारपीट शुरू होते ही महिला पार्षदों को बीच-बचाव के लिए आगे आना पड़ा। माहौल इतना गरमा गया कि महापौर और नगर निगम अध्यक्ष को दखल देना पड़ा।
सदन की कार्यवाही स्थगित
बढ़ते हंगामे को देखते हुए नगर निगम सभापति ने कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस का आरोप: सुनियोजित था हंगामा
कांग्रेस पार्षद मनीष नामदेव ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि पूरा हंगामा सुनियोजित था। उन्होंने कहा, "मैंने गंगाजल छिड़का, लेकिन बीजेपी को यह इसलिए बुरा लगा क्योंकि मैं ओबीसी समाज से आता हूं। अब हम इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेंगे।"
नगर निगम में फिर भी जारी रहेगा टकराव
इस घटना के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इस विवाद की चर्चा तेज हो गई है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बवाल होने की संभावना है।