संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन 2 मार्च से 8 मार्च तक tak Aajtak24 News


 भव्य कलश यात्रा से होगा शुभारंभ, श्रद्धालुओं को मिलेगा पुण्य लाभ


भोपाल - आध्यात्मिक उन्नति और भक्ति भाव को प्रबल करने के उद्देश्य से इछ्छापूर्ण हनुमान मंदिर, पटरिया नाका (बिलखिरिया थाने के पास, रायसेन रोड) पर भव्य संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 2 मार्च से 8 मार्च तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगा, जिसमें भक्तगण श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करके आध्यात्मिक आनंद प्राप्त करेंगे।

भव्य कलश यात्रा से प्रारंभ होगा आयोजन

इस पावन कथा का शुभारंभ 2 मार्च को भव्य कलश यात्रा से होगा, जो दोपहर 1 बजे प्राचीन दुर्गा मंदिर, पटरिया से प्रारंभ होकर इछ्छापूर्ण हनुमान मंदिर, पटरिया नाका पर समाप्त होगी। इस कलश यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु भक्ति भाव से शामिल होंगे, जो एक साथ भगवान के नाम का संकीर्तन करते हुए पवित्रता और श्रद्धा का प्रदर्शन करेंगे। यह यात्रा भक्तों के लिए अत्यंत उल्लास और आस्था से भरी होगी।

प्रसिद्ध कथा वाचक श्री राकेश चतुर्वेदी जी महाराज द्वारा वाचन

यह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का वाचन प्रसिद्ध कथा वाचक श्री राकेश चतुर्वेदी जी महाराज करेंगे, जिनके मधुर वचनों से भक्तगण गहरी आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त करेंगे। उनके वाचन से कथा का श्रवण करना, न केवल भक्ति में डूबने का एक अवसर होगा, बल्कि जीवन के प्रत्येक पहलू में भगवान की उपस्थिति का एहसास भी दिलाएगा।

परिवार सहित आमंत्रण - पुण्य लाभ अर्जित करने का सुनहरा अवसर

आयोजकों ने समस्त श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पावन धार्मिक आयोजन में अपने परिवार सहित शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें। यह आयोजन ना केवल भगवान की भक्ति का माध्यम है, बल्कि जीवन को सकारात्मक दिशा देने का भी अवसर है।

विशेष व्यवस्था और सेवाएँ

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आयोजन स्थल पर बैठने की उत्तम व्यवस्था, जलपान एवं प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है। साथ ही, पार्किंग और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि सभी भक्तगण सहजता से इस आयोजन में भाग ले सकें।

आयोजक - यह धार्मिक आयोजन श्री हनुमान जी महाराज एवं समस्त सनातन भक्तगणों द्वारा किया गया है। इनका उद्देश्य समाज में भक्ति और आध्यात्मिक चेतना का विस्तार करना है और भक्तों को जीवन की सच्चाई से अवगत कराना है।

धार्मिक आस्था का महाकुंभ

यह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ना केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक भी है। आयोजकों का कहना है कि इस आयोजन के माध्यम से भक्तगण अपनी आस्था और भक्ति को और अधिक मजबूत बना सकते हैं।

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