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राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन अभियान: अम्बिकापुर में मरीजों को एमएमडीपी प्रशिक्षण और कीट वितरण National Filariasis Eradication Campaign: MMDP training and insect distribution to patients in Ambikapur |
अम्बिकापुर – कलेक्टर श्री विलास भोसकर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.एस. मार्को के निर्देशानुसार, राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में फाइलेरिया नियंत्रण के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में सभी विकासखंडों में हाथीपांव के मरीजों को एमएमडीपी (मॉर्बिडिटी मैनेजमेंट और डिसेबिलिटी प्रिवेंशन) प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें घरेलू रोग प्रबंधन कीट वितरित किए जा रहे हैं।
बुधवार को विकासखंड अम्बिकापुर के उप स्वास्थ्य केंद्र सकालो नर्मदापारा और कंचनपुर में शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 19 हाथीपांव के मरीजों को घरेलू देखभाल के लिए कीट (टब, मग, टॉवेल, साबुन, एंटीसेप्टिक लोशन, एंटीफंगल मलहम) प्रदान किए गए। इससे मरीज अपने घर पर ही क्षतिग्रस्त अंगों की देखभाल कर सकेंगे और राहत पा सकेंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में जिले में हाथीपांव के 67 मरीज हैं, जिन्हें हर साल घरेलू रोग प्रबंधन कीट दिए जाते हैं। इसके साथ ही फाइलेरिया के हाइड्रोसील रोगियों का शत-प्रतिशत ऑपरेशन कर जिले को हाइड्रोसील मुक्त करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। इसका प्रभाव शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन, हाइड्रोसील, या हाथीपांव के रूप में दिखाई देता है।