गरियाबंद - कलेक्टर श्री दीपक अग्रवाल ने जिले की ग्राम पंचायतों को सहकारी समितियों से जोड़ने की दिशा में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इससे ग्रामीणों को आजीविका मूलक गतिविधियों में संलग्न होकर आर्थिक लाभ प्राप्त होगा और ग्राम स्तर पर स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कलेक्टर ने आज समय-सीमा की समीक्षा बैठक में सहकारिता विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर समितियों का गठन तेजी से करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कलेक्टर ने बैठक में स्कूली बच्चों के जाति, आय, और मूल निवास प्रमाण पत्र निर्माण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने छात्रवृत्ति और अन्य शासकीय सेवाओं के लिए इन प्रमाण पत्रों की महत्ता पर जोर देते हुए सभी स्कूली बच्चों के प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए। इस कार्य में लापरवाही पाए जाने पर गरियाबंद के बीईओ श्री आर.पी. दास और छुरा के बीईओ श्री किशुन मतावले पर कलेक्टर ने नाराज़गी जताई और उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को प्रमाण पत्र निर्माण कार्य की नियमित निगरानी करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा, उन्होंने वन अधिकार पट्टों के लंबित आवेदनों का जल्द से जल्द निराकरण करने और हितग्राहीमूलक योजनाओं को प्राथमिकता देने की बात कही।
बैठक के दौरान, कलेक्टर ने पीएम पोषण अभियान के तहत आयोजित न्योता भोज कार्यक्रम पर भी चर्चा की और स्कूली बच्चों को पोषण आहार प्रदान करने के लिए सभी अधिकारियों को इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विकासखंडों में पांच-पांच गांवों का चयन कर विभिन्न योजनाओं का सेचुरेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आगामी धान खरीदी के संबंध में भी समीक्षा की और अधिकारियों को धान खरीदी ऐप के संचालन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी सुनिश्चित करने और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने धान खरीदी प्रक्रिया की निगरानी पर भी जोर दिया।
इस बैठक में वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री अरविंद पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।