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मंदसौर का 'गोबर घोटाला': गौशाला के लाखों रुपये गायब! सरपंच पर लगा गंभीर आरोप, CEO ने दिए जांच के आदेश aadesh Aajtak24 News |
इस "गोबर घोटाले" का खुलासा तब हुआ जब एक अज्ञात व्यक्ति ने सीधे गरोठ जनपद के सीईओ धर्मेंद्र यादव को फोन कर शिकायत की। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए सीईओ यादव ने तत्काल मामले की पुष्टि की और पंचायत इंस्पेक्टर को विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
हालांकि, आरोपों से घिरे सरपंच दीपक मालवीय ने इन आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि गौशाला का संचालन पूरी तरह से जनसहयोग से हो रहा है और उनके पास सभी लेनदेन का रिकॉर्ड मौजूद है। सरपंच का तर्क है कि नीलामी की पूरी राशि अभी प्राप्त नहीं हुई है, और जो मिली है, उसे खाते में जमा करने के बजाय गौशाला के रखरखाव और विकास कार्यों में लगाया गया है, जिसका पूरा हिसाब पंचायत के पास है।
फिलहाल, यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। सीईओ धर्मेंद्र यादव ने आश्वासन दिया है कि जांच रिपोर्ट जल्द ही उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले ने गौशालाओं के प्रबंधन और वित्तीय पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।