धमतरी - कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण गिरदावरी सत्यापन कार्य के लिए आयोजित किया गया, जो 23 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक चलेगा।
कलेक्टर ने इस कार्य को जिम्मेदारी और गंभीरता से करने की बात कही और बताया कि यह राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने कहा, "गिरदावरी सत्यापन में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। यह प्रक्रिया पारदर्शिता लाने के लिए है।"
प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर श्री जी.आर. मरकाम, नोडल अधिकारी श्री बी.के. कोर्राम, संयुक्त कलेक्टर श्री रामकुमार कृपाल, और जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी श्री उपेन्द्र चंदेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षक श्री दीपचंद भारती ने बताया कि गिरदावरी कार्यों का डेटा पहले ही संबंधित ग्राम पंचायतों में प्रकाशित किया जा चुका है। इसके बाद प्राप्त दावों और आपत्तियों का निराकरण कर आगामी 20 अक्टूबर तक सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि की जाएगी।
कुल 6 लाख 5 हजार खसरों में से 5 प्रतिशत, यानी लगभग 30 हजार 250 खसरों का सत्यापन ऑनलाइन मोबाइल एप (पीवी एप) के माध्यम से किया जाएगा। तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा सत्यापित खसरों में से 2 प्रतिशत की जांच राज्य स्तर के अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि गिरदावरी के दौरान प्राप्त विसंगतियों का निराकरण तहसीलदार मॉड्यूल में किया जाएगा, ताकि राजस्व अभिलेख सही और स्पष्ट बन सके।