श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सजी सांस्कृतिक संध्या में हुईं प्रस्तुतियों ने किया मंत्रमुग्ध mantramungdh Aajtak24 News


श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सजी सांस्कृतिक संध्या में हुईं प्रस्तुतियों ने किया मंत्रमुग्ध mantramungdh Aajtak24 News 

ग्वालियर - बासंती परिधानों में गोपी-गोपिकाओं के भेष में सजे-धजे बच्चों द्वारा महाराश तो कथक नृत्य के माध्यम से “कृष्ण लीला” का मंचन । विद्वान वक्ता द्वारा श्रीमद् भगवद गीता पर प्रेरणादायी व्याख्यान और इन सबके बीच जब इंडियन आयडल फेम गायिका द्वारा कुंज बिहारी जी की आरती और सुमधुर भजन गूँजे तो सम्पूर्ण बाल भवन परिसर कृष्ण भक्ति से सराबोर हो गया। अवसर था श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार की शाम बाल भवन में सजी सांस्कृतिक व आध्यात्मिक संध्या का । इस आयोजन में शहर की विभिन्न संस्थाओं के कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण पर केन्द्रित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। जन्माष्टमी की पूर्व सांध्य बेला में सजी सांस्कृतिक संध्या में सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह, नगर निगम सभापति श्री मनोज सिंह तोमर, भाजपा के जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, संत कृपाल सिंह, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार व श्री टी एन सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही सर्वश्री विनय जैन, दीपक शर्मा व बसंत गोडयाले समेत अन्य जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक व कृष्ण भक्त इस सांस्कृतिक संध्या में शामिल हुए। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित हुई सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत में शिखा डांस अकादमी के बच्चों ने श्रीकृष्ण महाराश लीला की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। इसी कड़ी में इंडियन आयडल फेम सुश्री शिनी कलविंट ने जब “आरती कुंज बिहारी की” का गायन किया तो बाल भवन सभागार में मौजूद सभी नागरिकों ने खड़े होकर और करतल ध्वनि के साथ आरती में संगत की। इस अवसर पर माधव संगीत महाविद्यालय के कलाकारों ने सामूहिक कथक नृत्य के माध्यम से कृष्ण लीला की मनोहारी प्रस्तुति दी। इसी क्रम में माधव संगीत महाविद्यालय के श्री राज भदौरिया ने भगवान श्रीकृष्ण पर केन्द्रित भजन व कान्हा के जन्म के उपलक्ष्य में बधाई गीत प्रस्तुत किया। नृत्य कलाकारों की भाव भंगिमाओं एवं सुमधुर भजनों ने कृष्ण भक्ति की धारा बहा दी।


 


 

Post a Comment

Previous Post Next Post