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गजफेरी से निकली भगवान बामन देव की शोभायात्रा sobhayatra Aaj Tak 24 news |
दमोह - विष्णु के पांचवे अवतार भगवान बामन देव का प्राकट्योत्सव हर साल भाद्रपद शुक्ल द्वादशी को वामन जयंती मनाई जाता है। ऐसा माना जाता है कि, भगवान विष्णु ने पृथ्वीलोक को असुरराज बलि के अन्याय और अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए वामन अवतार धारण किया था, जो कि श्री हरि के दशावतार में से पांचवा था। इस दिन भक्त उपवास रहकर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना करते हैं। पुराणों के अनुसार, भगवान वामन ने तीन कदमों में तीनों लोक नापकर प्रहलाद पौत्र राजा बलि का घमंड तोड़ा था। इसी उपलक्ष्य पर प्रति वर्ष अनुसार ब्राह्मण समाज दमोह की ओर से इस वर्ष भी भगवान बामन देव की शोभायात्रा का आयोजन किया गया जिसमें प्रातः काल भगवान बामन देव का हवन पूजन एवम सुंदरकांड का आयोजन किया गया शाम 06 बजे शिवपार्वती मन्दिर से शोभायात्रा निकाली गई जिसमें भारी संख्या में महिला बच्चों एवं पुरुषों की तादाद मौजद रही शोभायात्रा में सबसे आगे चल रहा हाथी जनसमूह के लिए आकर्षण का केंद रहा वहीँ जटाशंकर शिव मंदिर से आई महाकाल झांझर टोली उसी तरह डमरू झांझर का वादन कर रही थी जिस तरह का दृश्य उज्जैन महाकाल की आरती के समय होता है जिसने भी झांझर समूह को देखा वह सहसा ही रुकने पे मजबूर हो गया शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई वापिस शिवपार्वती मंदिर में समाप्त हुई जहाँ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
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