![]() |
बिना कार्य के ही राशि का आहरण ग्राम पंचायत ने सरकारी जमीन पर ही कर दिया निर्माण Aaj Tak 24 news |
शहडोल - जयसिहनगर -जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में दिनोंदिन भ्रष्टाचार का मामला उजागर होते हुए दिखाई दे ही जाता है अगर हम बात करें ग्राम पंचायत देवरा की तो यहां पर भ्रष्टाचार की सभी हदें पारकर शासन के खजाने की राशि आहरण करने में जरा भी कसर नहीं किया गया तभी तो मनमर्जी रोड निर्माण करवा कर राशि आहरण कर ली गई कुछ जगहों पर तो बिना निर्माण कार्य राशि निकाली गई और अगर निर्माण कार्य करवाया भी गया तो वह शासकीय भूमि पर जब इस बात की जानकारी लेनी चाही गई तो उनके द्वारा टालमटोल कर बात को पलट दिया गया अगर भ्रष्टाचार का यह आलम नहीं रुका तो पता नहीं और कितने निर्माण कार्य अनुपयुक्त स्थल पर ही कर दिए जाएंगे बिना झिझक इन पर जांच होना लाजमी है पोंडिहा नाला जिसकी लागत राशि 1लाख15 हजार थी पैसा तो निकाल लिया गया किंतु काम के नाम पर कुछ भी नहीं करवाया गया यही नहीं बल्कि कई ऐसे और कार हैं जिनमें महज राशि आहरण की गई है झिरिया नाला जिसमें इनके द्वारा ₹76 हजार निकाल लिया गया तालाब निर्माण हेतु शासन द्वारा ₹9लाख की स्वीकृत कार्य कराने के लिए किया गया था किंतु ग्राम पंचायत द्वारा ₹7 लाख निकाल लिया गया और कार्य अभी भी अधूरा ही पड़ा है जबकि यह जवाबदारी ग्राम पंचायत की होनी चाहिए यही नहीं बल्कि लघु तालाब ओंकार शुक्ला के जमीन पर स्वीकृति हुआ था किंतु उसे ग्राम पंचायत द्वारा सरकारी जमीन पर ही निर्माण कार्य करा कर अधूरा छोड़ दिया गया जिसमें इनके द्वारा ₹2लाख 80 हजार निकाल लिया गया समझ में यह नहीं आता कि जब कार्य पूर्ण ही नहीं होते तो सरपंच सचिव एवं क्षेत्र के उपयंत्री द्वारा उस पर किस प्रकार से प्रस्ताव बनाकर और उसे स्वीकृत दी जाती है अगर बात करें छोटी मोटी तो हर ग्राम ग्राम पंचायत में होती रहती है किंतु जनपद पंचायत जयसिंहनगर के इस ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार ने अनियंत्रित रूप ले लिया है तभी तो निर्माण कार्य कागजों में ही होकर और राशि का आहरण कर लिया जाता है क्या जमीन के द्वारा उस प्रस्ताव को अधीनस्थ अधिकारियों के सामने रखा जाता होगा तो क्या उनके द्वारा बिना कार्य की जांच किए ही उस पर अनुमोदन कर दिया जाता होगा तभी तो ग्राम पंचायत की भ्रष्टाचारी सीमा लांगने में जरा भी कसर नहीं करती इस तरह के भ्रष्टाचार में केवल ग्राम पंचायत ही नहीं बल्कि वह सब जिनके द्वारा अनुमोदन किया जाता है सभी जिम्मेदार है