बड़वाह से 10 किलोमीटर दूर ग्राम चिचला में सामूहिक चरनोई भूमि को गाँव का ही नवलसिंग राजपूत अपना बताकर उसको बेचने में लगा है| gram chichla me samuhik charnoi bhumi

 बड़वाह से 10 किलोमीटर दूर ग्राम चिचला में सामूहिक चरनोई भूमि को गाँव का ही नवलसिंग राजपूत अपना बताकर उसको बेचने में लगा है|

बड़वाह से 10 किलोमीटर दूर ग्राम चिचला में सामूहिक चरनोई भूमि को गाँव का ही नवलसिंग राजपूत अपना बताकर उसको बेचने में लगा है| gram chichla me samuhik charnoi bhumi




जैसे ही हमे पता चला तो ग्रामवासी बुधवार को शिकायत करने के लिए बडवाह तहसीलदार एवं पुलिस थाने में पहुंचे|जहा ग्रामवासियों ने आवेदन दिया है|



रहवासियों ने आरोप लगाया कि गाँव के लिए सामूहिक छह एकड़ जमीन चरनोई के लिए है|जिसके सामने से फोर लेन निकल रहा है|इसके कारण छह एकड़ जमीन की लागत करोड़ो तक पहुंच चुकी है|इसी लिए गाँव की सार्वजनिक भूमि को नवलसिंह राजपूत अच्छे दामो में बेचने के प्रयास में लगा है|



आवेदन के माध्यम से बताया कि ग्राम चिचला में लम्बे समय से चरनोई भूमि गवली समाज एवं राजपूत समाज के सामूहिक स्वामित्व की भूमि है,जिसके व्यस्थापक पंच के रूप में नवलसिंग पिता भीला राजपूत को गवली एवं राजपूत समाज की और से नियुक्त किया गया था|जो पट्टेदार खेडू के रूप में उक्त सामूहिक स्वामित्व की भूमि की देखरेख करता रहा है,उक्त भूमि पर गांववालों की सहमती से सरकारी स्कुल भवन बना हुआ है|



लेकिन कुछ समय पूर्व से जमीनों की कीमतों में वृद्धि होने से व्यवस्थापक  पंच नवलसिग राजपूत की नियत में लालच एवं खोट आने से राजस्व अखिलेखो में गोपनीय रूप से होराफेरी कर खसरा रिकोर्ड में गवली पंचायत का नाम हटाकर भूमिस्वामी के रूप में स्वयं का नाम दर्ज करवा लिया है|वर्तमान में उक्त राजपूत गवली समाज की बहुमूल्य भूमि को बेचने की फिराक में है|जिसे ग्रामवासियों ने रोकने का प्रयास कर रहे है तो नवलसिंग जान से मारने की धमकी दे रहा है|इस दौरान मोहललाल यादव,गोविन्द यादव,रमेश सिंह सोलंकी,संजय सोलंकी,शेर सिंह सोलंकी,हुकुम सिंह,अनोक सिंग सहित ग्रामवासी मोजूद थे|

विशाल कुमरावत बड़वाह

बाईट..रमेश सोलंकी रहवासी

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