नन्हे-मुन्ने सोनू मोनू खुद ही बन गए बैल | Nanhe munne sonu monu khud hi ban gaye bell
नन्हे-मुन्ने सोनू मोनू खुद ही बन गए बैल
गांव की सड़कों पर जमकर दौड़े नन्हे-मुन्ने सोनू मोनू
जुन्नारदेव (मनेश साहू) - भारत हमेशा से ही संस्कृति और परंपरा का देश रहा है और इसका निर्वहन आज भी भारतीय पूरी तन्मयता के साथ कर रहे हैं जुन्नारदेव विधानसभा के ग्रामीण अंचलों में आज भी प्राचीन पर्व को लेकर विशेष उत्साह देखा जाता है जहां पर ग्रामीण अपने परंपरागत पर्वों को पूर्ण उत्साह के साथ मनाते हैं आगामी दिनों में ग्रामीण अंचलों में पोला पर्व को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही है जहां पर ग्रामीणों द्वारा इस पर्व को मनाने का एक खास और अनूठा तरीका अपनाया जाता है प्राचीन काल से ही ग्रामीण पोला पर्व पर बैलों की पूजा कर उन्हें घर में बने पकवान खिलाकर खेतीवाड़ी में वृद्धि की कामना करते हैं जुन्नारदेव विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरवानी में नन्हे मुन्ने बच्चे बैलों की तरह सज कर जमकर गांव की सड़कों पर दौड़े
नन्हे सोनू मोनू बैलों की पोशाक पर बने आकर्षण का केंद्र नन्हे मुन्ने बच्चे सोनू और मोनू बैलों का रूप धरकर बैलों की तरह सज कर गांव की सड़कों पर जमकर दौड़े बच्चों को दौड़ता देख हर कोई उनकी तरफ आकर्षित हुआ बच्चों की पोशाक विशेष।
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