संत श्री आशारामजी बापू की रिहाई की माँग को लेकर ज्ञापन सौंपा
छिंदवाड़ा (शुभम सहारे) - सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू के नेतृत्व में आज कई धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री एवं मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सन्त आशारामजी बापू की शीघ्र रिहाई की मांग की। ज्ञापन में बताया कि पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है । देश के हालात भी चिंता ग्रस्त हैं। पूज्य बापूजी के खिलाफ कोई सबूत नही है । किसी षड्यंत्र के तहत उनको जेल में रखा जा रहा है । वे 85 वर्ष के हैं और गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। उनको कोरोना के भी लक्षण हैं। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश अनुसार 70 साल से अधिक आयु वाले देश की जेलों में बन्द कैदियों को जमानत देने या पैरोल देने का आदेश जारी हुआ है। बहुत सी राज्य सरकारों ने आदेश का पालन किया है पर राजस्थान सरकार जानबूझकर आदेश की अहवेलना कर रही है ।
राजस्थान सरकार पूज्य बापूजी का जोधपुर के किसी सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रही है। जिससे उनकी जान का खतरा बढ़ गया है । देश के करोड़ो करोड़ो साधक उनके लिए मन्त्र जाप अनुष्ठान , महामृत्युंजय मन्त्र के साथ सोशल मीडिया और अन्य कई माध्यमों से केंद्र सरकार , राज्य सरकार और न्यायापालिका से जमानत की या पेरोल की विधिवत प्रार्थना कर रहे हैं। शासन और प्रशासन को चाहिए कि सन्तों पर इस प्रकार के अत्याचार ना करते हुए उन्हें शीघ्र जमानत दी जाये। ज्ञापन देते समय साध्वी रेखा बहन , साध्वी प्रतिमा बहन , आधुनिक चिंतक हरशूल रघुवंशी , शिक्षाविद विशाल चवुत्रे , कुनबी समाज के अंकित ठाकरे , राष्ट्रीय बजरंग दल के नितेश साहू , गायत्री परिवार के ओमप्रकाश साहू , पवार समाज के हेमराज पटले , कलार समाज के सूजीत सूर्यवंशी , युवा सेवा सन्ध के नितिन दोईफोड़े ,ओमप्रकाश डेहरिया , आई. टी. सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े , अखिल भारतीय नारी रक्षा मंच से दर्शना खट्टर , छाया सूर्यवंशी , करुणेश पाल , योगिता पराड़कर , डॉ. मीरा पराड़कर , शकुंतला कराडे मुख्य रूप से उपस्थित थे।