दीप जलाकर मनाए अहिल्याबाई होलकर जयंती: जनसेवक सोनवीर बघेल गुलालपुरा
भिंड (मधुर कटारे) - 31 मई को लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दीप जलाकर जयंती मनाए। कोरोना महामारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हम सभी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती मनाएंगे। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर सर्व समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत है। हम सभी बघेल, गडरिया, पाल, धनगर, होल्कर आदि समाज की आदर्श हैं। और युगों- युगों तक रहेगी। ऐसी न्यायप्रिय शाशिका न तो अभी तक हुई और न होगी जिस तरह से लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपनी प्रजा की देखभाल के लिए तमाम सारी सुविधाएं की थी। उसी प्रकार हम सबको मिलकर फिर से अहिल्या स्वराज लाने की जरूरत है ताकि सभी को न्याय मिल सके, सभी को बराबर का अधिकार मिले। और हां इस संसार में देवी, राजमाता तो दूसरी भी हो सकती हैं लेकिन लोकमाता सिर्फ और सिर्फ अहिल्याबाई होल्कर ही है, दूसरा कोई भी नहीं। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने 18 वी सदी में मध्य भारत के मालवा प्रांत में 28 वर्ष तक राज किया। इसे प्रांत का सबसे सुनहरा काल माना जाता है। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर बचपन से ही शिवभक्त थी।
उन्होंने भारत देश के कोने -कोने में सैकड़ों मंदिर, कई रास्ते, तालाब, कुऐ, घाट, बावड़ियों का निर्माण किया। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर द्वारा उठाए गए ये सभी कदम देश को जोड़ने में अहम माना जा सकता है कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिग बनाकर ही लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की जयंती मनाये। लोकमाता के बताए हुए मार्ग पर चलकर हम सब मिलकर समाज व देश को आ गए बढ़ाने का कार्य करें ।