जिले की कबड्डी का नाम राष्ट्र स्तर पर होगा रोशन-राजेश पाठक
बालाघाट (देवेंद्र खरे) - बालाघाट यह जिले के लिए गौरव की बात है कि जिले के ग्रामीण अंचल के दो खिलाड़ियों का राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उन्हें राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की टीम में शामिल किया गया है। जो खिलाड़ी जिले का नाम राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में रोशन करेंगे। बालाघाट में कबड्डी खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है और लगातार कबड्डी संघ जिले की ऐसी प्रतिभाओं को आगे लाने और उन्हें राज्य से राष्ट्र स्तर तक खेलने में पूरी मदद कर रह रहा है। जिले के लालबर्रा क्षेत्र के कटंगझरी निवासी कबड्डी खिलाड़ी संदीप कोकोटे और ब्रजेन्द्र उईके ने साबित कर दिया कि यदि खेल के प्रति जुनुन, जज्बा और कड़ी मेहनत के साथ उचित मार्गदर्शन मिले तो खिलाड़ियों को उंचाईयों पर जाने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात आयोजित प्रेसवार्ता में राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित जिले के लालबर्रा क्षेत्र के दो खिलाड़ियों संदीप कोकोटे और ब्रजेन्द्र उईके को सम्मानित करते हुए प्रदेश कबड्डी संघ उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष राजेश पाठक ने कही। इस दौरान कबड्डी संघ उपाध्यक्ष उमेश जायसवाल, सचिव रमेश दीक्षित, सहसचिव एवं प्रवक्ता सुब्रत रॉय और मैनेजर भीमराज ठाकरे मौजूद थे।
उन्होंने दोनो ही चयनित खिलाड़ियांे को एक-एक हजार रूपये की नगद राशि से पुरस्कृत करने के साथ ही राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए अग्रिम बधाई दी। गौरतलब हो कि जिला कबड्डी संघ के नेतृत्व में बालाघाट की टीम ने विगत 10 से 13 मार्च तक आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व किया था। जिसमें दोनो ही खिलाड़ी संदीप कोकोटे और ब्रजेन्द्र उईके ने अपने सर्वश्रेष्ठ खेल से राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ी चयन में शामिल चयनकर्ताओं को अपने खेल से मंत्रमुग्ध कर दिया। जिसके चलते दोनो ही खिलाड़ियों का आगामी 13 से 16 अप्रैल के बीच उत्तरप्रदेश के अयोध्या में आयोजित राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश टीम में चयन किया गया है। जो कल 4 अप्रैल से सतना में आयोजित कबड्डी कैंप में हिस्सा लेंगे। जिसके बाद वे वहां से प्रदेश टीम के साथ राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने अयोध्या के लिए रवाना होंगे।
खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश कबड्डी संघ उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष राजेश पाठक ने कहा कि जिले में कबड्डी खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कबड्डी संघ प्रयासरत है, उन्होंने कहा कि जिले में कबड्डी में ग्रामीण क्षेत्रो की प्रतिभायें ही सामने आ रही है, शहरी क्षेत्र के युवाओं में भी कबड्डी के प्रति जोश, जज्बा और जुनुन पैदा करने की आवश्यकता है। चूंकि यह भारत का पारंपरिक खेल है और इस को शहरी क्षेत्र में भुलाकर युवा क्रिकेट के प्रति दिवाने है, जबकि यह खेल न केवल शारीरिक मजबूती अपितु मानसिक मजबूती का खेल है। जो मैदान में खिलाड़ी को एकाग्र होने की ताकत देता है।
मजदूर पिता के सपनों को उड़ान दे रहा संदीप
जिले से संभाग और राज्यस्तरीय प्रतियोगिता से राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में चयनित होने पर युवा कबड्डी खिलाड़ी संदीप कोकोट प्रसन्न है, जिसका श्रेय वह खेल और कबड्डी संघ को देता है। खिलाड़ी संदीप कोकोटे के पिता मजदूर है, मजदूर पिता होने के बावजूद गांवो में कबड्डी खेल के प्रति उसका जुड़ाव रहा और कबड्डी संघ द्वारा उसके खेल को देखते हुए उसे आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया। नतीजा यह है कि आज एक मजदूर का बेटा राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता में चयनित होकर जिले का नाम गौरान्वित कर रहा है। कुछ ऐसी ही कहानी दूसरे खिलाड़ी ब्रजेन्द्र उईके की भी है, जिसे भी कबड्डी संघ द्वारा अवसर देकर खेल की उंचाईयों तक पहुंचाने का काम किया गया।