मेंगलवा के बालगोता परिवार को ‘‘संघवी‘‘ पदवी से किया विभूशित
संघपति बालगोता परिवार ने श्री आदिनाथ जी के षिखर पर ध्वजा फहरायी
पालीताणा - दादा गुरुदेव की पाट परम्परा के अष्टम पट्टधर वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा., मुनिराज श्री पुष्पेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रुपेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा. एवं साध्वी श्री किरणप्रभाश्री जी म.सा. आदि ठाणा 5 के सानिध्य में चल रहे मेंगलवा (राज.) निवासी श्रीमती गेरोदेवी जेठमलजी कुन्दनमलजी बालगोता परिवार द्वारा आयोजित छःरिपालिक संघ ने कल पालीताणा महातीर्थ में प्रवेश किया था व आज बुधवार को संघपति सहित 500 से अधिक यात्रिको के साथ गिरीराज की यात्रा की । प्रातः 5ः30 बजे से जय जय श्री आदिनाथ के जय घोष के साथ यात्रा प्रारम्भ हुई ।
श्री शत्रुंजय गिरीराज पद विराजित प्रभु श्री आदिनाथ भगवान के जिन मंदिर में आचार्यश्री, मुनिमण्डल, साध्वीवृंद और संघपति सहित सभी यात्रियों ने दर्शन वंदन के साथ चैत्यवंदन विधि पूर्ण की । तत्पश्चात् संघपति परिवार व यात्रियों ने प्रभु श्री आदिनाथ भगवान के अभिषेक व केसर पूजा की । विजयमुहूर्त में संघपति बालगोता परिवार ने जिनालय शिखर पर ध्वजा फहरायी व आचार्यश्री ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में तीर्थ माला (संघमाला), मोक्ष माला लाभार्थी परिवारों द्वारा श्री लालचंदजी व गौतमजी बालगोता सहित परिजनों को पहनाकर उनको ‘‘संघवी‘‘ की पदवी से विभूषित किया । संघपति परिवार ने आचार्यश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया और निर्विघ्न यात्रा पूर्ण होने पर खुशी जाहिर की ।