श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में मकर संक्रांति पर आचार्यश्री की महामांगलिक का हुआ आयोजन | Shri mohankheda mahatirth main makar sankranti pr acharya shri ki mahamangalik ka hua ayojan
श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में मकर संक्रांति पर आचार्यश्री की महामांगलिक का हुआ आयोजन
राजगढ़ (संतोष जैन) - श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ के तत्वाधान में दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पाट परम्परा के श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के मुखारविंद से साधु-साध्वीवृंद की उपस्थिति में पौष सुदी एकम मकर संक्रांति के अवसर पर आचार्यश्री की महामांगलिक का आयोजन हुआ ।
आचार्यश्री ने मकर संक्रांति का महत्व बताते हुये कहा कि इस वर्ष चन्द्रमां श्रवण नक्षत्र में और सूर्य उतराषाढा नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है ऐसे दूर्लभ संयोग में 28 वें अभिजित नक्षत्र का उदय हो जाता है । आचार्यश्री ने कहा कि जब सूर्य उतराषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करता है तब तिल तिल दिन बढ़ने लगता है । ग्रह अपनी चाल के अनुसार धर्म अर्थ काम मोक्ष इन चार मार्गो पर आगे बढ़ते है पर इस शुभ नक्षत्र में ग्रह अर्थ के मार्ग पर आगे बढ़ रहे है । जिससे पूरे देश में आर्थिक मंदी का दौर समाप्त होगा और देश में चारों और खुशहाली समृद्धि बढ़ेगी । मकर संक्रांति की सभी गुरु भक्तों को मेरी और से बधाई । आचार्यश्री ने गुरु सप्तमी महामहोत्सव के बारे में बताते हुये कहा कि ट्रस्ट मण्डल के निर्णयानुसार सभी आने वाले गुरु भक्तों को गुरु सप्तमी के दिन प्रातः 5 बजे से 9 बजे तक सिर्फ वासक्षेप पूजा की अनुमति मध्यप्रदेश शासन की गाईड लाईन के अनुसार दी जावेगी । महामांगलिक में तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ एवं महाप्रबंधक अर्जुनप्रसाद मेहता उपस्थित थे ।
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