टोल बूथ पर नही थे फ़ास्ट टेग
अहमदाबाद/गुजरात (दक्षेश पंड्या) - जैसे के पूरे देश मे मोहिम चली है केस लेस ओर डिजिटल इंडिया की, जिसके तहत हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने एक पहल चलाई है, जिसमे हो सके उतना केसलेस ट्रांजेक्शन से काम करने पर महत्व दिया गया है,, लेकिन मे यहा मेरा अमूभाव सजा करते हुए थोडी बात करना चाहूंगा कि, आज रोज में मनशोर से रतलाम वाले रॉड पे जा रहा था, वह मेने देखा कि टोल टैक्स नाके पे फ़ास्ट टेग लेंन बानी हुई नही थी, नहि कोई और सरल विकल्प था कि जिससे में डिजिटल पेमेंट दे सकू, जबकि मेने मेरी कार में फ़ास्ट टेग लगाया हुवा था,, क्यो की कोरोना काल ले चलते में केस लेंन देंन ओर टोल स्लिप लेन देन से बचना चाहता था,, केकिन मुजे मजबूरी वर्ष दो टोल बुथ केबिन गुमान पडा, ओर न चाहते हुवे भी मुजे atm card से मशीन के द्वारा पेमेंट करना पड़ा,, जो कोरोना काल के चलते मेरे को बहुत डर महसूस हुवा, तो मेरी सरकार से गुजारिश है कि ये टोल बुथ जो जावरा नायगांव टोल रोड कंपनी प्रावीएट ली. के अंतरगत आता है उधर केस का भी लेनदेन बहुत मात्रा में होता है, तो कृपया उसे भी केसलेस श्रेणी में डाले, ओर उसे भी फ़ास्ट टेग लगवानी सलाह दे, ताकि लोगों में कोरोना काल मे महामारी फैलने का खतरा कम रहे, ओर टोल टैक्स में टेक्स धारक सीधा पेमेंट वाया फ़ास्ट टेग दे सके,, रिपोटर दक्सेश पंड्या,, गुजरात