त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अब दो गुना जमा करनी होगी अमानत राशि
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिले भर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मी ग्रामीण अंचलों में भी नजर आने लगी है। प्रशासन स्तर पर जहां चुनावी तैयारियां प्रशिक्षण सहित अन्य तैयारियों के तौर पर तेजी से चल रही हैं वहीं चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरने वाले दावेदार ग्रामीण अंचलों में भी सक्रिय हो गए हैं, विशेषकर जनपद और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनने का सपना संजोए दावेदार अधिक गंभीरता से सक्रिय नजर आ रहे हैं। इस बार राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंच, सरपंच, जनपद सदस्य के साथ जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अमानत राशि दो गुना बढ़ा दी गई है। अमानत राशि बढ़ने से इस बार चुनाव मैदान में कम प्रत्याशी उतरने की संभावना है। 2015 के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य की कुल दस सीटों के लिए लगभग ड़ेढ सौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इस बार स्थिति कुछ जुदा हो सकती है।
पंच से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक की बढ़ी अमानत राशि
निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस बार पंच से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक के उम्मीदवारों की अमानत राशि बढ़ा दी गई है। पहले पंच के लिए दो सौ रुपये निर्धारित थी जो बढ़ाकर चार सौ कर दी गई है। सरपंच पद के लिए एक हजार की अमानत राशि को दो हजार रुपये कर दिया गया है। जनपद पंचायत सदस्य की अमानत राशि दो हजार से बढ़ाकर चार हजार और जिला पंचायत सदस्य की अमानत राशि चार हजार से बढ़ाकर आठ हजार हो गई है। फरवरी या मार्च में पंचायत चुनाव की संभावना बताई जा रही है। ऐसे में जिला निर्वाचन कार्यालय में चुनाव सामग्री खरीदी सहित अन्य व्यवस्था के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो रही है।
80 प्रतिशत उम्मीदवारों की जमानत होती है जब्त
जनपद के साथ जिला पंचायत सदस्य व सरपंच का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में सैकड़ों उम्मीदवार तो किस्मत आजमाते हैं, लेकिन स्थिति यह रहती है कि जिले में लगभग 80 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा पाते। पिछले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लगभग 15 लाख से अधिक की अमानत राशि जब्त करने के साथ यह राशि शासन के खाते में जमा कराई गई थी। कोरोना संकट के बीच यदि चुनाव होते हैं तो इस बार भी प्रत्याशियों की संख्या अमानत राशि बढ़ने के चलते भी कम हो सकती है।
पंचों के सैकड़ों पद रहते हैं खाली
जिले में सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने से लेकर जीतने तक में सैकड़ों लोग एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं, लेकिन पंच का चुनाव लड़ने में लोग अधिक गंभीर नहीं दिखते। पिछली बार भी जिले में 5308 वार्डों में सैकड़ों वार्ड ऐसे रहे जहां किसी भी उम्मीदवार ने पर्चा तक दाखिल नहीं किया। यहां पद रिक्त रहे। इस बार अमानत राशि बढ़ने से भी कई वार्ड खाली रह सकते हैं।
इतने पद के लिए होगा चुनाव
पंच- 5308
सरपंच- 364
जनपद सदस्य- 99
जिला पंचायत सदस्य-14