पताडना के मामले बढ़े छेड़छाड़ और अपहरण भी नहीं हो रहे कम | Patadna mamle bade chhedchad or apharan bhi nhi ho rhe kam

पताडना के मामले बढ़े छेड़छाड़ और अपहरण भी नहीं हो रहे कम 

छोटे अपराधों में दर्ज नहीं होती f.i.r. 

पताडना के मामले बढ़े छेड़छाड़ और अपहरण भी नहीं हो रहे कम

जबलपुर (संतोष जैन) - जिले में कुछ वर्षों में दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़े हैं पुलिस विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार छेड़छाड़ और अपहरण के मामले भले ही कम हुए हैं लेकिन हकीकत एकदम अलग है जानकारों के अनुसार इसका कारण छेड़छाड़ के अधिकतर मामलों में एफआईआर शिकायत दर्ज नहीं होना है


 शिकायत के बाद समझौता 


कोड रेड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जनवरी से नवंबर तक 111 लिखित और मौखिक शिकायतें पहुंची टीम ने शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की इनमें से 110 मामलों में आपसी समझौता हो गया 32 मामलों में ही एफ आई आर दर्ज हुई


 लूट के मामलों में धाराओं का खेल 


पुलिस के आंकड़ों में महिलाओं से लूट के मामलों में पिछले वर्षों की तुलना में रिकॉर्ड गिरावट आई है जबकि हकीकत यह है कि लूट के मामलों में धाराओं का खेल मामूली चोरी बना दिया जाता है



 महिला संबंधी अपराधों को संवेदनशीलता से लिया जाता है पुलिस के पास पहुंचने वाली प्रत्येक शिकायत की गंभीरता से जांच की जाती है महिला संबंधी अपराधों के आरोपियों को प्राथमिकता के आधार पर पकड़ा जाता है महिला हेल्प डेस्क और रेट सहित कई अन्य टीमें महिलाओं की सुरक्षा व शिकायतों के निराकरण के लिए काम कर रही हैं


 सिद्धार्थ बहुगुणा  पुलिस अधीक्षक जबलपुर

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