एक जिला एक उत्पाद योजना अंतर्गत रतलाम जिले से लहसुन का चयन किया गया | Ek jila ek utpad yojna antargat ratlam jile se lahsun ka chayan

एक जिला एक उत्पाद योजना अंतर्गत रतलाम जिले से लहसुन का चयन किया गया

जिला स्तरीय समिति की बैठक में कलेक्टर ने लहसुन आधारित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की अधिकाधिक स्थापना के लिए निर्देशित किया 

एक जिला एक उत्पाद योजना अंतर्गत रतलाम जिले से लहसुन का चयन किया गया

रतलाम-झाबुआ (संदीप बरबेटा):-  मध्य प्रदेश शासन की एक जिला एक उत्पाद योजना अंतर्गत रतलाम जिले के लिए लहसुन की फसल का चयन किया गया है। जिले में लहसुन आधारित प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना कराई जाएगी, इसके लिए किसानो को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस संबंध में एक जिला स्तरीय समिति की बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई जहां कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि रतलाम जिले में लहसुन के वृहद रकबे के दृष्टिगत आधिकारिक रूप से लहसुन आधारित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना कराई जाए। इसके लिए समन्वित प्रयास किए जाएं। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र श्री मुकेश शर्मा, सहायक प्रबंधक श्री महेंद्र नागराज, उपसंचालक कृषि श्री जी.एस. मोहनिया, उपसंचालक उद्यानिकी श्री पी.एस. कनेल, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री राकेश गर्ग, सेडमैप के प्रबंधक श्री विजय चौरे, चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज के श्री वरुण पोरवाल आदि उपस्थित थे।

    बताया गया कि रतलाम जिले में 27 हजार 682 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रतिवर्ष लहसुन का उत्पादन होता है। उक्त रब्बे में हर साल 2 लाख 61 हजार 769 मीट्रिक टन लहसुन उत्पादित की जाती है। इसके दृष्टिगत रतलाम जिले में लहसुन आधारित उद्योगों जैसे डीहाइड्रेट गार्लिक फ्लेक्स, गार्लिक पाउडर, गार्लिक पेस्ट की अधिकाधिक इकाइयां स्थापित की जा सकती है। लहसुन का उपयोग मसाले तथा औषधि के रूप में भी किया जाता है। अच्छी किस्म की लहसुन का विदेशों में निर्यात की पर्याप्त संभावना है। कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि जिले में एक सुनियोजित कार्य योजना बनाकर लहसुन आधारित इकाइयों की स्थापना कराई जाए, वित्त पोषण के लिए भी सुनियोजित ढंग से कार्य किया जाए।

Post a Comment

0 Comments