बेटे ने ही माँ की हत्या कर पत्नि का गला काटकर स्वयं का काटा था गला
जबलपुर (संतोष जैन) - थाना प्रभारी पाटन श्री आसिफ इकबाल ने बताया कि दिंनाक 9-12-2020 की सुवह लगभग 11-30 बजे ग्राम जरांेद में लड़ाई झगड़ा होने की सूचना पर ग्राम जरांेद पहुंचा जहाॅ गाॅव के लोगो की भीड लगी हुई थी अमन मेहरा उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम जरोंद ने बताया कि वह ग्राम जरोद का कोटवार है आज सुवह लगभग 11 बजे उसे पता चला कि राजेन्द्र विश्वकर्मा के घर झगड़ा हो रहा है, जानकारी मिलने पर उसने जाकर देखा कि राजेन्द्र विश्वकर्मा की पत्नी अर्चना उर्फ रेखा विश्वकर्मा , उमा के घर के बाहर रोड पर खड़ी थी जहां भीड़ लगी हुयी थी राजेन्द्र की पत्नी के गले में कटा हुआ था खून निकल रहा था तथा वह बोल रही थी मेरा पति कुछ नहीं किया है जो किया है वह मैने किया है उसी समय लोगों ने बोला कि राजेन्द्र के भी गले में कटा है खून निकल रहा है तब उसकी पत्नी अर्चना घर तरफ दौड़कर गयी, वह तथा गांव के और भी लोग उसके पीछे गये तो उसने देखा कि राजेन्द के भी गले में कटा था एवं खून निकल रहा था, तभी अर्चना बोली एम्बुलेंस बुलाओ तब उसने देखा कि राजेन्द्र के घर के सामने के कमरा में राजेन्द्र की मां मूंगा बाई उम्र 70 वर्ष जमीन पर खून से लथपथ मृत अवस्था में पड़ी हुयी थी जिसकी गर्दन मे कटा हुआ था एम्बुलेंस आने पर राजेन्द्र एवं राजेन्द्र की पत्नी अर्चना को इलाज के लिये मेडिकल कालेज मे उपचारार्थ भर्ती कराया गया।
*घटित हुई घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा घटित हुई घटना की जांच के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये, सूचना पर अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल, एफ. एस. एल. अधिकारी डाॅ. सुनीता तिवारी, फोटो ग्राफर, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट मौके पर पहुंचे, घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुये मूंगा बाई के शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये मर्ग कायम कर घटित हुई घटना की विस्तृत जांच की गयी।*
दौरान मर्ग जांच के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्ग दर्शन में घटित हुई घटना की विस्तृत जांच की गयी जिसमें पाया गया कि मृतिका मूंगा बाई वृद्ध एवं असक्त महिला थी जिन्हें ठीक से दिखाई नहीं देता था, एक ही स्थान पर बैठी रहती थी जो बिस्तर पर ही कभी भी लेट्रिंग बाथरूम कर देती थी जिसकी साफ सफाई का काम मूंगा बाई का पुत्र राजेन्द्र ही करता था, राजेन्द्र की पत्नि अर्चना इस कार्य में सहयोग नहीं करती थी राजेन्द्र पत्नि द्वारा सहयोग न करने पर परेशान था, राजेन्द्र को काम छोडकर घर आकर माॅ की देखरेख एवं साफ सफाई करने पड़ती थी जिससे दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर वाद विवाद होता रहता था, घटना दिनांक को भी वाद विवाद की आवाजें सुनी गयी थीं, विवाद के दौरान राजेन्द्र ने परेशान होकर अपनी माॅ की गला काटकर हत्या कर दी एवं पत्नि से विवाद होने पर पत्नि को भी गले में मारकर चोट पहुंचाकर हत्या करने का प्रयास किया तथा इस घटना से क्षुब्ध होकर आत्मग्लानीवश स्वयं भी अपना गला काटकर आत्महत्या का प्रयास किया, यह बात राजेन्द्र को जब एम्ब्यूलेंस में अस्पताल ले जाने हेतु बैठाया जा रहा था तब राजेन्द्र ने कहा था कि मैने माॅ की हत्या एवं पत्नि की हत्या करने का प्रयास कर बहुत बड़ी गलती की है। राजेन्द्र की पत्नि अर्चना ने घटना दिनाॅक को माॅ की हत्या से पति को बचाने के लिये घर से बाहर आकर लोगो के सामने बोली थी कि मेरे पति ने कुछ नहीं किया है, ।
सम्पूर्ण जांच पर राजेन्द्र विश्वकर्मा के विरूद्ध धारा 302, 307 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पति राजेन्द्र विश्वकर्मा एवं पत्नि अर्चना विश्वकर्मा दोनों वर्तमान में मेडिकल कालेज में उपचार हेतु भर्ती है, मेडिकल कालेज से डिस्चार्ज होने के बाद आरोपी राजेन्द्र विश्वकर्मा की गिरफ्तारी की जायेगी।