छःरिपालक यात्रा संघ 12 फरवरी 2021 से 17 फरवरी 2021 तक का मुहूर्त प्रदान किया
राजगढ़ (संतोष जैन) - एक समय था जब व्यक्ति को सिद्धाचल की यात्रा करने को तरसना पड़ता था । आवागमन के साधन नहीं थे और पुराने जमाने में कोई व्यक्ति जब श्री शत्रुंजय तीर्थ की सिद्धाचल गिरीराज यात्रा करके आता था तो उसके नगर में नगरवासी सम्मान करते थे । मणीभद्रजी के जीवन में भी यही देखने में आता है । सेठ माणकचंदजी श्री शत्रुंजय की यात्रा करने के भावों को लेकर सिद्धाचल गिरीराज की कल्पना नेत्रों में सजों कर निकल पड़े । रास्ते में चैर डकेतों ने उन पर हमला कर दिया, तलवार से वार किया उनका सिर उज्जैन में गिरा, धड आगलोट में गिरा और पिन्डी मगरवाड़ा में गिरी । मृत्यु पश्चात् वे धर्म के प्रभाव से इन्द्र बन गये । शत्रुंजय का ध्यान करते करते जो जीव मृत्यु को प्राप्त हो जाता है वह निश्चित ही स्वर्ग को प्राप्त कर लेता है ।
उक्त बात वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. ने छःरिपालक यात्रा संघ के मुहूर्त प्रदान समारोह में कही और कहा कि हर व्यक्ति में पुण्य मिल जाये यह जरुरी नहीं पाप के उदय से व्यक्ति को गरीबी और अभाव मिलता है और उस अभाव में व्यक्ति जब, जप तप आदि करता है तब उसे वैराग्य की उत्पत्ती होती है । आज पुण्य के प्रभाव से कुन्दनमलजी बा साहब के पौत्र गौतम जी एवं चन्द्रिका बेन बालगोता परिवार ने श्री अयोध्यापुरम से श्री पालीताणा संघ की विनती की है । यह लाभार्थी परिवार पिछले तीन वर्षो से संघ निकालने की भावना भा रहा है । आज अब उचित योग आ चूका है । श्रीमती गेरोदेवी जेठमलजी बालगोता परिवार से श्री लालचंदजी, पारसजी, गौतमजी आदि ने विनती करके छःरिपालक संघ की अनुमति मांगी है । मैं इनकी विनती से प्रभावित होकर इन्हें श्री अयोध्यापुरम से माह सुदी एकम 12 फरवरी 2021 संघ प्रयाण की अनुमति प्रदान कर रहा हूॅं । संघ का पालीताणा प्रवेश 16 फरवरी 2021 को होगा व संघ माला की विधि माह सुदी छठ 17 फरवरी 2021 को होगी । इस संघ यात्रा में दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पाट परम्परा के सभी साधु-साध्वी भगवन्त रहेगें ।
श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा तीर्थ के तत्वाधान में व दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पाट परम्परा के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. एवं मुनिमण्डल व साध्वीवृंद की निश्रा में श्री अयोध्यापूरम् से श्री पालीताणा छःरिपालक पैदल यात्रा संघ के दो दिवसीय मुहूर्त प्रदान समारोह रविवार को श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में मुहूर्त प्रदान करने पश्चात् सम्पन्न हुआ । मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. ने गिरीराज की संगीतमय वंदना करवाते हुये कहा कि धर्म के कार्यो में मजबूत संकल्प होना चाहिये बिना संकल्प के जिन शासन के कार्य नहीं हो पाते है । आचार्यश्री ने अपने जीवन में पहला संघ दो माह का मुम्बई से मोहनखेड़ा तीर्थ का निकाला था । उसी कड़ी में यह संघ और जुड़ने जा रहा है । इस अवसर पर संघ लाभार्थी परिवार द्वारा बनवाये गये संघ के प्रथम गीत की प्रस्तुति भी दी गयी ।
कार्यक्रम में तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, ट्रस्टी श्री कमल जी लुणिया, संजय सराफ, आनन्दीलाल अम्बोर एवं तीर्थ के महाप्रबन्धक अर्जुनप्रसाद मेहता, शेलेष अम्बोर, प्रकाश सेजलमणी, अशोक जैन मुम्बई विशेष रुप से उपस्थित रहे । श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट की और से पदाधिकारी ट्रस्टीगणों ने यात्रा संघ लाभार्थी परिवार का बहुमान किया गया । कार्यक्रम में मंच संचालन विनोद आचार्य ने किया व संगीत प्रस्तुति देवेश जैन ने की ।