ग्रामीण डाकसेवकों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर की एक दिवसीय हड़ताल
बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारी संघ नई दिल्ली के आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाकसेवकों ने मुख्य डाकघर बुरहानपुर पर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी कर एक दिवसीय हड़ताल की। संभागीय सचिव धनसिंह तोमर ने बताया कि खंडवा संभाग के सभी ग्रामीण डाक सेवकों ने प्रधान डाकघर कार्यालय में अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी की उन्होंने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कई वर्षों से संगठन द्वारा आवाज उठाई जा रही है। लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन देकर हड़ताल को खत्म करा दिया जाता है। इसलिए इस बार कठोर कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा है।डाक विभाग व केंद्र सरकार द्वारा हम ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारियो के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रो में डाक विभाग की सारी योजनाए चाहे वह बचत खाता लेनदेन , सुकन्या खाता आधार पेमेंट निकासी एवं डाक वितरण का काम करते है और हमे केवल 4 घंटे का वेतनमान जो कि 10000 व 12000 दिया जाता है। जो हमारे साथ अन्याय है हमे भी सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए।
हमारी मांगे
जीडीएस कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले, समयबद्घ पदोत्रति मिले, 12, 24 और 36 साल की सेवा पूरी करने पर तीन समयबद्ध पदोत्रति मिले, समूह बीमा की राशि पांच लाख रुपये तक बढ़ाई जाए, 180 दिनों तक की छुट्टियां जमा करने की अनुमति दी जाए, सिंगल हैंड बीपीएम को संयुक्त ड्यूटी भत्ता दिया जाए, स्थानांतरण नियमों में बदलाव किया जाए, जीडीएस कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, इंसेंटिव योजना को समाप्त किया जाए, सेवानिवृत्ति के दिन ही सेवानिवृत्ति के सभी लाभ मिलने चाहिए, बिजनेस कार्यों में असंगत लक्ष्य निर्धारित करने को रोका जाए। ओर हमारी मांगे जल्द नही मानी गयी तो हम आगे अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगें ,
इस हड़ताल के कारण ग्रामीण क्षेत्रो में डाक वितरण, बचत खातों में लेनदेन व शाखा डाकघर के अन्य कार्य प्रभावित हुए।
इस अवसर पर पोस्टल पेंशन एसोशिएशन का भी समर्थन मिला व समस्त ग्रामीण डाक सेवक शामिल हुए।