वर्षों से स्कूल और सड़क की मांग कर रहे ग्रामीण
डिंडौरी (पप्पू पड़वार)। - जिले के जनपद शहपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत बस्तरा के चुंदरी टोला में आजादी के सात दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी गांव में न स्कूल है और न सड़क। ग्रामीणों की मानें तो गांव की जनसंख्या लगभग पांच सौ के आसपास होगी। चुंदरी टोला के कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के बच्चों को 3 किमी का सफर करके बस्तरा गांव पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है। बच्चो को सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के दिनों में होती है, जब बच्चे दलदल व कीचड़ भरे कच्चे मार्ग से काफी मुश्किलों का सामना करते हुए स्कूल जाते हैं। इस गांव में जब भाजपा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र राजपूत पहुंचे तो ग्रामीणों ने स्कूल और सड़क बनाने की मांग रखी। श्री राजपूत के द्वारा गा्रमीणों की मांग को प्रमुखता से केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित जिले के अधिकारियों को अवगत कराया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि जिले का संभवतः यह पहला गांव है जहां न स्कूल है और न सड़क। गांव का एक शिक्षक स्कूल की मांग करते करते सेवानिवृत्त हो गया, लेकिन गांव में स्कूल नहीं बन पाया। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि चुंदरी टोला में स्कूल और सड़क जल्द बनवाई जाए, जिससे ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके और गांव के बच्चे पढ़ाई कर सके। बताया गया कि सड़क न होने के कारण एंबुलेंस का लाभ भी नहीं मिल पाता, जिससे बीमार होने या फिर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समय पर मरीज के अस्पताल न पहुंचने के कारण कई घटनाएं भी घट चुकी हैं।
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