इंदिराजी के त्याग, शहादत ओर योगदान को देश कभी भुल नही सकता
श्रीमती गांधी एवं श्री पटेल के सपनो को साकार करने का संकल्प लेकर राष्ट्रीय एकता की शपथ ली
अलीराजपुर। (रफीक क़ुरैशी) - जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान मे शनिवार को भारत की प्रथम महिला पुर्व प्रधानमंत्री एवं विष्वभर मे लोहा मनवाने वाली स्व. इंदिरा गांधी की 36 वे षहिद दिवस एवं लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप मे मनाई गई। कार्यक्रम मे नेताओ एवं कार्यकर्ताओ ने स्व. श्रीमती गांधी एवं सरदार पटेल के सपनो को साकार करने का संकल्प लेकर राष्ट्रीय एकता की षपथ ली। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के पुर्व अध्यक्ष राधेष्याम माहेष्वरी, कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाष राठौर, प्रकाषचंद्र जेन सहित कांग्रेसी नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
*भारत को विश्व के अग्रणी देशों में स्थापित किया*
जिला कांग्रेस कमेटी मिडिया प्रभारी रफीक कुरेशी ने बताया कि मप्र कांग्रेस कमेटी के निर्देषानुसार जिला मुख्यालय पर जिला कांग्रेस द्धारा बस स्टैण्ड स्थित चोराहे पर प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दोरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओ द्धारा जब तक सुरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा, इंदिरा गांधी अमर रहे जेसे नारो से चैराहा गुंजामय हो गया। वहि जिला कांग्रेस कार्यालय पर नेताओ ने स्व. इंदिराजी एवं वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजली दी गई। इस अवसर पर पुर्व जिलाध्यक्ष राधेष्याम माहेष्वरी ने इंदिराजी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि पूरा देश उनके कार्यकाल में हुए विकास कार्यो के लिए सदैव कृतज्ञ रहेगा। इंदिराजी एक ऐसी जननायक नेत्री थी जिन्होंने भारत को विश्व के अग्रणी देशों में स्थापित कर विष्वभर मे अपना लोहा मनवाया। उन्होने देश में कई सकारात्मक बदलाव लाकर आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी। कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाष राठौर एवं प्रकाष जेन ने कहा कि श्रीमती गांधी आत्मविष्वास, सहज निर्णय कुषल नेत्रत्व, राजनेतिक कुषलता के बल पर विष्व के राजनेतिक पटल पर एक शस्कत तथा अविस्मरणीय राजनेता के रुप मे जानी जाती थी। जिनके त्याग, षहादत ओर देषहित मे दिए गए योगदान को देष कभी भुल नही सकता है। इस दोरान नेताओ ने लोह पुरुष स्व. श्री पटेल के बलिदान ओर कार्यो को याद कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता खुर्षिद अली दिवान, शोभना ओंकार, यतिंद्र सेठ भाटी, डाँ. एएम षेख, सुरेश सारडा, मुकेष गुप्ता, हाजी आरीफ ब्लौच, सोनु वर्मा, सुरेष परिहार, ईरफान मंसुरी, धनराज राठोड, श्री मुनिमजी सहित आदि उपस्थित थे।