दिव्यांग मुक्तिलाल को लायंस क्लब दिलाएगा बाधाओं से मुक्ति!divyangh muktilal ko layansh clab dilayega badhao se mukti
बड़वानी/ ‘‘ अजार है, नए-नए तो चारे हैं, नए-नए मिलते हैं, जिंदगी को सहारे नए-नए। जब भी मौजों में घिरी है, कश्ती हयात की, तो उभरे हैं मौजों से ही किनारे नए-नए। ‘‘ यह पक्तियाॅ ग्राम हिरकराय निवासी दिव्यांग श्री मुक्तिलाल के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है। विगत 2 वर्षों से आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी संसाधन मोटर साइकिल प्राप्त करने के लिए वह कहां-कहां नहीं भटका, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। निरंतर प्रयास के दौरान मुक्तिलाल सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग जब पहुंचा, तो वहां विभागीय कर्मचारी श्री मनोज राउत के द्वारा उसे जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र आशाग्राम भेज कर उसकी समस्या से अवगत कराया गया। फिर आरंभ हुआ मुक्तिलाल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक वाहन की व्यवस्था करने की प्रक्रिया का ।
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