जिले भर में चिटफंड कंपनियों का फैला मकड़जाल | Jile bhar main chitfund company's ka faila makad jaal

जिले भर में चिटफंड कंपनियों का फैला मकड़जाल

जिले भर में चिटफंड कंपनियों का फैला मकड़जाल

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिले भर में चिटफंड कंपनियों का मकड़जाल फैला हुआ है। आलम यह है कि जिले के एक हजार से अधिक लोग ठगी का शिकार सामने आ चुके हैं। पुलिस अधीक्षक संजय सिंह की पहल के बाद जिले भर के सभी थाना और चौकी पुलिस द्वारा शिविर लगाकर पीड़ितों से आवेदन लिए जा रहे हैं। शिविरों में हजारों पीड़ित सामने आ रहे हैं। आदिवासी बहुल जिले के लोगों को करोड़ों का चूना लगाकर चिटफंड कंपनियों के जिम्मेदार गायब हो गए हैं। इस मामले में जिले के युवा भी झांसे में आकर ग्रामीणों का पैसा चिटफंड कंपनियों में लगा चुके हैं। लगातार आ रही शिकायतों के बाद अब आरोपितों पर मामला दर्ज होने की संभावना बढ़ गई है। कोतवाली अंतर्गत ग्राम बरगा के ग्रामीणों ने चिटफंड कंपनी एसपीएनजे के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत थाना में पहुंचकर दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने लिखित शिकायत में बताया कि चिटफंड कंपनी में अपनी सारी जमा पूंजी जमा करने के बाद अब उनकी स्थिति भीख मांगने लायक हो गई है।

जिले भर में चिटफंड कंपनियों का फैला मकड़जाल

आठ वर्ष बाद भी नहीं मिल रही जमा की गई राशि

ग्राम बरगा के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एसपीएनजे बीमा कंपनी के एजेंट उन्हें मंडला ब्रांच ले गए जहां उनसे पैसा डबल कराने के नाम पर लाखों रुपए चिटफंड कंपनी में जमा करा लिया गया। एजेंटों के द्वारा ग्रामीणों से कहा गया कि 6 साल में उनके द्वारा जमा की गई राशि डबल होकर उन्हें मिलेगी। ग्रामीण एजेंटों के जाल में फंस गए और उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई चिटफंड कंपनी में जमा कर दिया। आरोप है कि आठ साल बीत जाने के बाद भी चिटफंड कंपनी ने उन्हें पैसा वापस नहीं मिल रहा है। जिन लोगों ने पैसा जमा कराए थे वे ग्रामीणों का फोन भी नहीं उठा रहे हैं।

सभी थाना में आ रही सैकड़ों शिकायत

चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जिले के सभी थाना चौकी में सैकड़ों शिकायतें सामने आ रही हैं। जिले के बजाग, करंजिया, समनापुर, गाड़ासरई, मेहंदवानी, कोतवाली, शाहपुर, शहपुरा थाना सहित अमरपुर, बिछिया व विक्रमपुर चौकी अंतर्गत लगाए गए शिविरों में सैकड़ों शिकायते अब तक पहुंच चुकी हैं। जागरूकता अभियान में अभी तक कोतवाली में ही एक सैकड़ा शिकायतें चिटफंड कंपनियों के खिलाफ की गई हैं। एसपीएनजे, गरिमा, सहारा, एसपीएजे बीमा कंपनियों सहित अन्य चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं। गौरतलब है कि जिले में पिछले एक दशक से चिटफंड कंपनियों द्वारा जिला मुख्यालय में ही बेखौफ कार्यालय खोलकर इस पूरी लूट को अंजाम दिया गया लेकिन उस दौरान भी कोई कार्रवाई न तो प्रशासनिक स्तर पर हुई और न ही जनप्रतिनिधियों ने कोई पहल की।

मुआवजा में मिली राशि चिटफंड ने लूटी

जिले भर में विगत दो तीन दशक में बड़ी संख्या में जलाशय सहित अन्य शासकीय निर्माण कार्य हुए हैं। निर्माण कार्यों में आदिवासियों की हजारों हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित करते हुए उन्हंें अरबों रुपये का मुआवजा भी वितरित किया गया। वर्तमान में जो शिकायतें लगातार मिल रही हैं ऐसे में हजारों पीड़ित वो भी सामने आ रहे है जिन्होंने मुआवजा में मिली पूरी राशि अधकि ब्याज के लालच में झांसे में आकर चिटफंड कंपनियों में लगा दी। शहपुरा क्षेत्र में बने बिलगढा जलाशय से भी सैकड़ों लोग प्रभावित हुए थे। उनको भी मिले मुआवजे की राशि चिटफंड कंपनियों ने लूट ली। एसपी की पहल के बाद लूट के शिकार पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जगी है।

इनका कहना है

जो शिविर लग रहे हैं उनमें अब तक हजारों ठगी का शिकार लोग सामने आ चुके हैं। मैं स्वयं आश्चर्य चकित हूं कि जिले से चिटफंड कंपनियों ने कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। सभी थाना चौकी में शिकायतें एकत्र की जा रही हैं। सभी मामले की जांच एक साथ तेजी से कराने के निर्देश मैंने दिए हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। प्रयास रहेगा कि ठगी का शिकार लोगों को पूरा न्याय मिल सके।

संजय सिंह
पुलिस अधीक्षक डिंडौरी।

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