स्वामिनारायण मंदिर में अभिषेक की विशिष्ट परंपरा करीब 175 वर्ष पूर्व से सतत जारी
बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - बुरहानपुर शहर में तात्कालीन ब्रम्हचारी श्री मायातीतानंद जी ने भक्तों के सुख एवं समृद्धि एवं उनके संपन्नता हेतु मंदिर में विराजमान एवं भगवान स्वामिनारायण केे हाथों दी गई प्रसादी की मुर्ती लक्ष्मीनारायण देव के साथ-साथ हरीकृष्ण महाराज का भी इस पवित्र अधिक मास ‘‘पुरूषोत्तम मास’’ में पूरे महिने भर अभिषेक एवं पूजा आरती की थी। जो आज भी जारी हैं, इस अभिषेक में करीब 500 लीटर दूध, शकर, फलों के ज्यूस, केसर, शहद, दही, घी जैसे पंचामृत से भगवान का अभिषेक चलता हैं, यही अभिषेक विदवान ब्राम्हणों द्वारा शास्त्रोक्त विधिविधान के साथ होता हैं, यह अभिषेक आज प्रातः 6.30 बजे से प्रारंभ होकर 1 घंटे का होंगा। 18 सिंतबर से प्रारंभ होकर 16 अक्टूबर अमावस्या तक परंपरानुसार जारी रहेगा, इस पवित्र मास में दान पुण्य और कथा सुनने का भी अधिक महत्व होता हैं, जिसके लिए यावल महाराष्ट्र से स्वामिनारायण मंदिर यावल से प.पू. शा. राजेंद्र प्रसाददासजी वचाचन करेंगे, कथा के पश्चात् हाथी, घोडा, नाव जैसे मनोरत होकर भगवान के दर्षन होगे साथ ही श्रृंगार आरती भी होंगी, इस पूरे अधिकमास मे होने वाले कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए कोठारी श्री पीपी स्वामी ने कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए मंदिर में आने वाले भक्तों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का विषेष अनुरोध किया हैं। कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए मंदिर प्रवक्ता गोपाल देवकर ने बताया कि मंदिर के संतों चिंतन स्वामी, दिनेष भगत और वडताल ट्रस्ट के धनश्याम भगत ने भक्तों को दर्षन के लिए फेसबुक लाईव और स्थानीय केबल नेटवर्क पर लाईव दर्शन की भी व्यवस्था की हैं, स्वामिनारायण मंदिर केे ट्रस्टी सोमेश्वर मर्चेंट, अशोक शाह, ललीत पवार, नटवर भगत, रामानंन्द मोदी, नितीन शाह, नरेंद्र मोदी और महिला मंडल ने भक्तों से इस अधिक मास में पूजा दर्शन की विषेष अपील की है।
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