वाल्मिकी संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद को ज्ञापन सौंपा | Valmiki sangathan ke pratinidhi mandal ne sansad ko gyapan

वाल्मिकी संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद को ज्ञापन सौंपा

मालिकाना हक की मांग को लेकर कहा 8 दिवस मे मांग पूरी नही हुई तो करेंगे आंदोलन

वाल्मिकी संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद को ज्ञापन सौंपा

बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - वाल्मिकी समाज की लंबित मांग भूमि मालिकाना हक के संबंध में मंगलवार को वाल्मिकी संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद नंदकुमारसिंह चौहान से भेंट कर उन्हे ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष उमेश जंगाले ने बताया शहर मे स्तिथ वाल्मिकी समाज के 176 क्वाटरो के भूमि मालिकाना हक की मांग पिछले 2 वर्ष से संगठन द्वारा की जा रही है। निगमायुक्त समाज के 176 हितग्राहीयो मे से 60 लोगो को भूमि का मालिकाना हक देने पर राजी हुए थे। जिसका संगठन ने विरोध किया था। संगठन की मांग है की पुरे 176 कर्मियो को मालिकाना हक दिया जाये। विरोध बढता देख निगम आयुक्त ने 60 के बजाय 122 हितग्राहीयो को मालिकाना हक देने का निर्णय लिया। और शेष बचे 54 लोगो को शासन का हवाला देते हुए इंकार दिया। उनके द्वारा कहा गया की मालिकाना हक केवल उन्ही लोगो को दिया जा सकता है, जो वर्तमान मे निगम मे नौकरीयो पर कार्यरत है। ऐसे सफाई कर्मी जो कि रिटायर हो चुके है उन्हे मालिकाना हक नही दिया जा सकता है। 


जंगाले ने कहा की शासन के आदेश मे इस बात का कही उल्लेख (जिक्र) नही है की रिटायर कर्मियो को मालिकाना हक नही दिया जाये। इंदौर जेसे शहर मे रिटायर सफाई कर्मियो को मालिकाना हक दिया गया है। सफाई कर्मी उन मकानो मे 70 वर्षो से अधिक समय से निवासरत है। समाज के लोग जीर्ण-शीर्ण (जर्जर) क्वाटरो मे रहने को मजबुर है। जिनमे कई बार बडी घटनाए घट चुकी है, और भविष्य मे भी घटना घट सकती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी सार्वजनिक रुप से घोषणा की है, की जो लोग जहा निवास कर रहे है उन्हे उस भूमि का मालिकाना हक दिया जाये। उमेश ने बताया की सांसद जी से हमने आग्रह किया है की वह निगम आयुक्त को तत्काल स्थाई एवं रिटायर सभी 176 कर्मियो को भूमि का मालिकाना हक प्रदान करने हेतु निर्देशित करे। जंगाले ने कहा की हमने निगम से ठेका पद्धति (आउटसोर्सिंग) को भी बंद कर बेरोजगारो को सीधी भर्ती देने की भी मांग की है। उन्होने कहा कि ठेकेदार द्वारा सफाई कर्मीयो को कलेक्टर रेट अनुसार और बैंक द्वारा वेतन नही दिया जा रहा है जिसमे कर्मियो का शोषण हो रहा है। यदि 8 दिवस मे मांग पूरी नही होती है तो वाल्मिकी संगठन विवश होकर उग्र आन्दोलन करने पर उतारु हो जायेंगा। इसके साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को ठप कर निगम आयुक्त के तबादले की मांग सहित अलग-अलग तरीको से प्रदर्शन करेंगा। सांसद ने सभी पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी मांगों का निराकरण किया जाएगा। इस दौरान संग्राम बालगौहर, सुमेर जंगालीया, सहदेव बोयत, गोविंद चावरे मौजूद थे।

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