श्री श्री रणथंभौर गणेश मंदिर तिरला धाम पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास के मनाया
तिरला (बगदीराम चौहान) - श्री श्री रणथंभौर गणेश मंदिर तिरला धाम पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ व शासन के सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए मनाया गया।प्रात: काल बाबा का अभिषेक एवं श्रृंगार हुआ तत्पश्चात बाबा की आरती का आयोजन किया गया। इसके बाद 10 बजे गुरू पादुका पूजन किया गया । गुरु पूजन के बाद आरती एवं गुरु प्रसादी वितरण का आयोजन किया गया।
श्री श्री रणथंभौर गणेश जी मंदिर तिरला के पंडित श्री मनोज जी वैद्य ने गुरू पूर्णिमा का महत्व बताते कि गुरू पूर्णिमा महोत्सव प्रत्येक वर्ष आषाढ शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु वो है जो शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते है और आत्मा को चेतना प्रदान कर आत्मा का परमात्मा से मिलने करवाते है।शास्त्र गुरू को गोविंद से श्रेष्ठ बताया गया है।
*"गोविंद से अहम है , गुरु को पहले नमाओ शीश"*
*"गोविंद को तब मिलि सको, गुरु का मिले आशीष"*
अर्थात गोविंद से गुरू अहम है, क्योंकि गुरू ही हमें परमात्मा से मिलने का रास्ता बताते है।
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