ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में पाइप के जरिए श्रद्घालु कर सकेंगे शिवजी को जलाभिषेक | Rinmukteshwar mandir main pipe ke jariye shraddhalu kr sakenge shivji ko jalabhishek

ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में पाइप के जरिए श्रद्घालु कर सकेंगे शिवजी को जलाभिषेक

ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में पाइप के जरिए श्रद्घालु कर सकेंगे शिवजी को जलाभिषेक

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर कुकर्रामठ गांव में स्थित ऐतिहासिक ऋ णमुक्तेश्वर मंदिर में पहली बार ऐसी स्थिति आई है कि सावन माह में भी लोग भगवान शिव का जलाभिषेक नहीं कर पा रहे हैं। मुख्य गेट में लंबे समय से ताला लगा हुआ है। सावन के पहले सोमवार में भी यह समस्या आई थी। श्रद्घालु भगवान शिव का जलाभिषेक नहीं कर पाए थे। यहां पहुंचे बड़ी संख्या में लोगों को निराश वापस लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि मंदिर का निर्माण 10वीं 11वीं शताब्दी में कलचुरी राजा ने करवाया था। मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सैलानियों का पहुंचना भी बंद हो गया है। पिछले दिनों सावन सोमवार को भी लोगों को भगवान भोलेनाथ के दर्शन नहीं हो पाए और न ही भक्त शिवलिंग में जल अभिषेक कर सके। आने वाले सोमवार को यह व्यवस्था की जा रही है कि लोग पाइप के जरिए शिवलिंग का जलाभिषेक कर सकेंगे।

ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में पाइप के जरिए श्रद्घालु कर सकेंगे शिवजी को जलाभिषेक

सावन महीने में कांवड़ यात्रा पर रहेगा प्रतिबंधः

पुरातत्व विभाग द्वारा सैलानियों के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। जारी निर्देशों के अनुसार पूरे सावन माह में कावड़ यात्रा पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। मंदिर पहुंचे श्रद्घालु केवल शिवलिंग का गेट के बाहर से दर्शन कर पाएंगे। निर्देश के अनुसार शिवलिंग में फूल, बेलपत्र, धतूरा, चावल, शहद, शक्कर आदि चढ़ाना पूर्णतया वर्जित किया गया है। नियम का कड़ाई से पालन करवाने के लिए विभाग ने मुख्य गेट पर ताला लगाने के निर्देश दिए हैं।


पाइप लाइन के जरिए होगा शिवलिंग में जलाभिषेकः

 गौरतलब है कि ऐतिहासिक ऋ णमक्तेश्वर मंदिर लोगों के लिए गहरी आस्था का केंद्र बना हुआ है। मान्यता है कि विधि विधान से पूजा पाठ करने से लोगों को ऋ णों से मुक्ति मिलती है व घरों में सुख समृद्घि का वास होता है। खास तौर पर सावन माह में जिलेभर से हजारों श्रद्घालु हर दिन पूजा पाठ करने पहुंचते थे। पिछले वर्षों में सावन सोमवार के दिन हजारों की संख्या में दूर-दूर से लोग पहुंचकर भक्ति भाव से पूजा पाठ भी किया करते थे, लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते मंदिर में पूजा-पाठ बंद है। ऐतिहासिक ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में लोगों की गहरी आस्था होने के चलते जलाभिषेक करने के लिए गेट से शिवलिंग तक पाइप लगाया जाएगा। पाइप लग जाने के बाद गेट से सीधे शिवलिंग में जलाभिषेक किया जा सकेगा, जिससे लोगों की आस्था बनी रहे।

पूर्व कैबिनेट मंत्री भी बिना दर्शन के सपरिवार लोटेः

 सावन माह के प्रथम सोमवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी ऐतिहासिक ऋ णमुक्तेश्वर मंदिर कुकर्रामठ दर्शन के लिए पहुंचे थे। बताया गया कि सपरिवार दर्शन के लिए पहुंचे पूर्व मंत्री भी बिना दर्शन किए ही लौटना पड़ा। मुख्य गेट पर ताला लगा होने के चलते शिवलिंग में जलाभिषेक नहीं कर सके। पूर्व मंत्री ने भी लोगों की आस्था को देखते हुए शिवलिंग में पाइप लगाकर जल अभिषेक करने की प्रक्रिया पर सहमति जताई थी।

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