नागपंचमी के उपरांत भी रैनीधाम में पूजे जा रहे नागदेवता | Nagpanchmi ke uprant bhi rainidhaam main puje ja rhe nagdevta

नागपंचमी के उपरांत भी रैनीधाम में पूजे जा रहे नागदेवता

धन समृद्धि के लिए भी की जाती है नाग पूजा

इस दिन नाग देवता की पूजा करने से कुंडली में राहु और केतु से संबंधित दोष दूर होते हैं
  

जुन्नारदेव (मानद साहू) - जुन्नारदेव विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बुर्रीकला में स्थित पवित्र धार्मिक स्थल रैनीधाम   मैं स्थित हिंदुस्तान को अफगानिस्तान के यहां बड़ी-बड़ी चट्टानों के बीच स्थित में बने श्री नागदेवता की प्रतिमा एवं बड़े-बड़े पत्थरों एवं चट्टानों के बीच में स्थित शिवलिंग है जिसके दर्शन मात्र से ही समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है स्थल पर महाकाली की प्रतिभा स्वयं ही   विराजमान   हुई है इसके अतिरिक्त  नागपंचमी के दिन पूजन अर्चन करने श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है वहीं नागपंचमी के उपरांत भी भक्तगण इस पवित्र धार्मिक स्थल पर पूजन अर्चन करने एवं नागदेवता को दूध पिलाने के लिए पहुंच रहे है।  शनिवार को भक्तों द्वारा नागदेवता का पूजन अर्चन कर उन्हें दूध चढ़ाया गया।

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