राशन दुकानदारो और अधिकारियों की मिलीभगत से राशन की भारी हेराफेरी का विधायक पटेल ने लगाया आरोप
कोरोना महामारी के संकट के समय गरीबों को नहीं मिल रहा राशन
अलीराजपुर। (रफीक क़ुरैशी) - कोरोना महामारी के इस महासंकट के दौरान में गरीबों को कोविड 19 के तहत मिलने वाले नि:शुल्क राशन में विधायक मुकेश पटेल ने भारी हेराफेरी की आशंका जताई है। इस संबंध में उन्होने खाद्य विभाग से राशन आवंटन, परिवहन सहित अन्य जानकारियां मांगी है। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी जानबूझकर जानकारी देने में देरी कर रहे है। विधायक पटेल ने आरोप लगाया कि इससे ऐसा प्रतित हो रहा है कि जिले में राशन वितरण में कुछ बडा घोटाला हुआ है। उन्होने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत से जिले के गरीबों को योजना की पात्रता अनुसार राशन उपलब्ध कराने में कोई गडबडी मिली तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर को भी पत्र लिखा है।
पत्र में विधायक पटेल ने बताया कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में संचालित उचित मूल्य की दुकानों और स्व सहायता समूहों द्वारा संचालित दुकानों पर ग्रामीणों को राशन जैसे गेहु, चावल, चना दाल, केरोसिन, नमक, शक्कर आदि नहीं दिए जाने के संबंध में निरन्तर शिकायतें प्राप्त हो रही है। जिसके कारण जिला प्रशासन और जिले की छवि धूमिल हो रही है। राशन नहीं मिलने संबंधी शिकायतें मुझे भी भ्रमण के दौरान प्राप्त हो रही है। मैने भ्रमण के दौरान पाया कि कई दुकानों पर पात्रता पर्ची के अनुसार राशन नहीं दिया जा रहा है और नेट नहीं चलने का बहाना बनाकर ग्रामीण लोगों को राशन की दुकानों पर घंटो बैठाया जाता है। इस दौरान कई महिलाएं छोटे बच्चो को लेकर आती है जो अनावश्यक रुप से परेशान होती है। विधायक पटेल ने राशन दुकानों से संबंधित प्राप्त शिकायतों और उनके निराकरण के संबंध में भी जानकारी मांगी है।
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