बिटिया डॉ. पारुल गुप्ता को जर्मनी की हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी से PhD की उपाधि, साड़ी पहनकर दिया प्रेजेंटेशन Aajtak24 News

बिटिया डॉ. पारुल गुप्ता को जर्मनी की हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी से PhD की उपाधि, साड़ी पहनकर दिया प्रेजेंटेशन Aajtak24 News

रीवा - मध्यप्रदेश के रीवा जिले की डॉ. पारुल गुप्ता ने अपनी उत्कृष्ट वैज्ञानिक प्रतिभा और भारतीय संस्कृति के प्रति गहरे सम्मान से देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। उन्हें जर्मनी के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक, हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी (Heidelberg University) द्वारा दिल की बीमारी पर किए गए एक महत्वपूर्ण शोध के लिए PhD (Doctor of natural sciences) की उपाधि प्रदान की गई है।

साड़ी में प्रेजेंटेशन, गीता के श्लोक का उल्लेख:

डॉ. पारुल की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने अपने फाइनल इंटरव्यू और प्रेजेंटेशन के दौरान भारतीय परिवेश में साड़ी पहनी थी, जो उनकी सांस्कृतिक जड़ों के प्रति गर्व को दर्शाता है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने उद्बोधन में भगवद गीता के श्लोक का भी उल्लेख किया, जिसने पश्चिमी अकादमिक मंच पर भारतीय दर्शन की गहराई को प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने जन्म स्थान गढ़, रीवा (मध्य प्रदेश) का उल्लेख कर अपने गृह क्षेत्र का भी मान बढ़ाया।

पोस्ट डॉक्टरल शोध के लिए यूनिवर्सिटी ने पुनः अनुबंधित किया:

डॉ. पारुल गुप्ता की असाधारण मेधा और उनके शोध की महत्ता को हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी ने भी सराहा है। उनकी सफलता के तुरंत बाद, यूनिवर्सिटी ने उन्हें आगे के गहन शोध के लिए पोस्ट डॉक्टरल शोधार्थी के रूप में पुनः अनुबंधित किया है।

रीवा की गौरवशाली विरासत:

डॉ. पारुल गुप्ता का जन्म स्थान रीवा (मध्य प्रदेश) के गढ़ में है। उनकी शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि भी अत्यंत प्रतिष्ठित रही है:

  • शैक्षणिक यात्रा: उन्होंने अपनी प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई भोपाल में रहकर पूरी की। इसके बाद उन्होंने IISER भोपाल से 2019 में बी.एस.-एम.एस. (BS-MS) की उपाधि उत्कृष्ट अंकों के साथ हासिल की।

  • पारिवारिक पृष्ठभूमि:

    • दादाजी (स्व. श्री भैया लाल गुप्ता): भूतपूर्व सरपंच होने के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय नेता रहे थे।

    • पिता (प्रेम नारायण गुप्ता): सैनिक स्कूल रीवा के पूर्व छात्र हैं और वर्तमान में मैनेजमेंट कंसलटेंट का कार्य कर रहे हैं।

    • माता (श्रीमती किरण गुप्ता): एक फार्मासिस्ट हैं।

    • बहन (ओजस्विनी गुप्ता): वर्तमान में ग्रोनिंगन यूनिवर्सिटी, नीदरलैंड्स में LLM की छात्रा हैं।

    • नानाजी (स्व. श्री बाला प्रसाद गुप्ता): एक प्रतिष्ठित भाजपा नेता रहे हैं।

डॉक्टरेट की इस उपलब्धि से पूरे कुल, परिवार और देश में हर्ष का माहौल है। उनके इस सम्मान से रवींद्र गुप्ता, गोपाल जी गुप्ता, अनिल गुप्ता, सीताराम गुप्ता, हिमांशु गुप्ता, अरुण गुप्ता, पुष्पा गुप्ता, कृष्णा गुप्ता, विवेकांनद गुप्ता एवं ग्राम के समस्त लोगों ने अपार खुशी व्यक्त की है।

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