प्रकरण दर्ज होने के बाद युवक ने की आत्महत्या लगे पुलिस पर लेन-देन के गंभीर आरोप | Prakaran darj hone ke baad yuvak ne ki atmahatya

प्रकरण दर्ज होने के बाद युवक ने की आत्महत्या लगे पुलिस पर लेन-देन के गंभीर आरोप

पुलिस अधिकारी सहित दो आरक्षक लाइन अटैच

प्रकरण दर्ज होने के बाद युवक ने की आत्महत्या लगे पुलिस पर लेन-देन के गंभीर आरोप

धामनोद (मुकेश सोडानी) - अपने ढाबे के लिए वाहन में शराब भरकर ले जा रहे युवा  को पुलिस ने पकड़ा प्रकरण भी दर्ज हुआ, लेकिन पुलिस के द्वारा प्रकरण दर्ज करने के बाद भी  पुलिस द्वारा पैसे  मांगने  ओर  प्रताडना से तंग आकर एक 22 वर्ष के युवक अतुल जयसवाल ने अपनी जान दे दी।दरअसल पुलिस ने शुक्रवार को युवक को 5पेटी अवैध शराब  परिवहन  करते  रोका था। इसके बाद  तीन लाख की डिमांड की थी। मामला 60 हजार में निपट भी गया था युवक अतुल जायसवाल घर पहुंच गया था। इसके बाद उसने शुक्रवार 7.45 मिनट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि वह 7 बजे घर आया था उसे जरूर पुलिस ने परेशान किया होगा 


प्रकरण के बाद मृतक अतुल ने क्रिकेट खेला आखिर ऐसा क्या हुआ जो मौत को गले लगा लिया


बताया गया कि युवा अतुल व साथी रोहित थाने से जमानत पर रिहा होने के बाद सीधे क्रिकेट खेलने गए,  मित्रों के साथ क्रिकेट भी खेला लेकिन पुलिस का ऐसा कौन सा दबाव बना कि सीधे अपने ढाबे पर जाकर तार का एक फंदा बनाया और उस पर लटक कर मौत को गले लगा लिया। यही नहीं युवा ने अपने व्हाट्सएप के स्टेटस पर यह लिख कर डाला कि सॉरी मेरे भाइयों आई मिस यू सभी मित्रों को बहुत मिस करूंगा । यह कह कर एक सुसाइड नोट भी जारी किया । जिसमें सीधे-सीधे धामनोद पुलिस थाने पर पदस्थ उप निरीक्षक ब्रज भूषण  हिरवे के बारे में यह लिखा कि इन्होंने मुझसे पैसे लेने के बाद भी प्रताड़ित किया ।साथ-साथ अपने माता पिता से भी क्षमा याचना की सुसाइड नोट बनाने के बाद युवा ने मौत को गले लगा लिया। जैसे ही दोस्तों को उसके सोशल मीडिया से आत्महत्या की जानकारी लगी तो वह तत्काल
 ढाबे पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि अतुल फांसी के फंदे पर झूल रहा है । समाचार मिलते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। शनिवार सुबह अतुल का पोस्टमार्टम किया धार  से एफ़एसियल ऑफिसर पिंकी मेहरडे  भी घटनास्थल पर पहुंची गया बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया 


विधायक मेडा की उचित जांच की मांग

घटना की जानकारी लगते ही विधायक पाचीलाल मेडा अस्पताल पहुंचे तथा पुलिसकर्मियों के इस के कार्य   के प्रति नाराजगी जताई। विधायक ने बताया कि पुलिस कर्मियों का रवैया मेरी जनता के साथ इस प्रकार का रहा तो निश्चित रूप से कानून व्यवस्था से आम जन का विश्वास उठ जाएगा। मामले की निष्पक्ष जांच की जाना चाहिए।

 हालांकि थाना प्रभारी राजकुमार यादव शुक्रवार के दिन जब यह घटनाक्रम घटा आवश्यक  कार्य से धार में थे  उन्होंने बताया मीडिया को बताया कि मृतक व उसके साथी पर विधिवत आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज हुआ है बाद पुलिसकर्मी के द्वारा क्या किया गया इसके बारे में कहीं से कहीं तक जानकारी नहीं है

उधर सब इंस्पेटर सहित दो रक्षकों को किया लाइन

अतुल जायसवाल की आत्महत्या के बाद तीन पुलिस कर्मियों को तत्काल पुलिस अधीक्षक  आदित्य प्रताप सिंह  ने  लाइन कर दिया कर दिया है। बताया गया कि उन पर आगे की कार्रवाई जांच होने के बाद की जाएगी इधर अतुल ने अपने सुसाईट नोट में सबइंस्पेक्टर ब्रजभूषण हिरवे का साफ नाम लिखा है। इसके अलावा उसे परेशान करने वाले आरक्षक राहुल और शैलेंद्र को भी निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है कि उपरोक्त उप निरीक्षक हिरवे धामनोद थाने पर कुछ ही दिन पहले पदस्थ हुए थे उनका कार्य करने का रवैया जनता के प्रति बेहद नकारात्मक था जिसकी पूर्व में भी निंदा की जा चुकी थी

 परिजनों का आरोप पुलिस कर्मियों ने किया परेशान

परिजनों ने बताया कि अतुल और उसका दोस्त होटल के लिए शराब लेकर कार में निकले थे। इसी बीच उसे पुलिस वाले रास्ते में मिले और पैसों की मांग करने लगे। अतुल और उसके साथी ने 60 हजार रुपए दे दिए और घर आ गएथे। इसके बाद पुलिस ने उसे पैसों के लिए परेशान किया। जिसके चलते अतुल ने शुक्रवार की रात फांसी लगा ली। बताया गया कि अतुल परिवार में एक लौता  लड़का था । ऐसे में अब परिवार के भरण-पोषण की भी समस्या सामने आ गई  । मौके पर आसपास के थाने का बल तथा एस डीओ पी एन के कंसोटिया भी पहुंचे इधर रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा मृतक के परिजनों को ₹20000 की तत्काल आर्थिक सहायता राशि सौंपी गई

थाने  पर लाने की बजाय नहर के रास्ते ले गए

जब शराब से भरी गाड़ी पुलिस ने रोकी तो वह इस वाहन को थाने  के बजाय नहर के रास्ते पर ले गए वहां लाखों रुपए की मांग की गई, तब वहां मौके पर ही ₹20000 की राशि परिजनों के बताए अनुसार पुलिसकर्मी द्वारा ले ली गई ।बात थाने पर लाकर ₹40000 और लिए गए, आरोप लगाते हुए यह भी बताएं कि उप निरीक्षक एवं दो आरक्षक लगातार शाम तक परेशान करते रहे थे । संभवत पुलिस के इस रवैये के चलते अतुल ने यह कदम उठाया 

मैं यहां पर था नहीं मैं धार मुख्यालय पर था उसी बीच यह घटनाक्रम हुआ यदि पुलिस कर्मियों के द्वारा इस प्रकार से कार्य किया गया तो बेहद निंदनीय है 


राजकुमार यादव
थाना प्रभारी धामनोद

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