भोपाल में फंसे युवक की राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने की मदद | Bhopal main fanse yuvak ki rashtriya manavadhikar evam mahila bal vikas
भोपाल में फंसे युवक की राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने की मदद
झाबुआ (अली असगर बोहरा) - 18 जून 2020 को शाम को बड़ौदा (गुजरात) से जबलपुर (मध्य प्रदेश) जा रहे शंकरलाल लछेटा एवं उनका पुत्र निहाल लछेटा उम्र (11वर्ष) दोनों ट्रक में जा रहे थे तभी भोपाल पुलिस ने ट्रक को रोककर शंकरलाल लछेटा से पूछताछ की गई। वह आधार कार्ड मांगा इस पर शंकरलाल लक्षिता के पास स्वयं का आधार कार्ड तो था लेकिन पुत्र का आधार कार्ड पुत्र की जीत पर पापा में भी आपके साथ चलूंगा इस जल्दबाजी में घर पर ही छूट गया जिस पर भोपाल पुलिस द्वारा उनसे निरंतर पूछताछ की गई जिस पर करीब 3 घंटे पुलिस ने शंकरलाल लछेटा व उनके बेटे को पुलिस थाने पर बैठा रखा। शंकरलाल लछेटा द्वारा आधार कार्ड नहीं होने पर अपने मोबाइल में फैमिली फोटो एवं निहाल की मार्कशीट की फोटो भी दिखाई गई लेकिन पुलिस के द्वारा नहीं मानने पर उन्होंने रवि सोलंकी पालेड़ी को फोन पर सारी बातें बताई। जिस पर रवि सोलंकी द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रतिनिधि प्रदेश अध्यक्ष मनीष कुमट (जैन) को इसकी जानकारी देते हुए सारी बातों को विस्तार से बताया। तत्पश्चात कुमट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव डॉ रविंद्र जी मिश्रा से इस हेतु बात की गई जिस पर डॉक्टर मिश्रा द्वारा भोपाल थाने पर फोन पर उक्त बात की सारी जानकारी ली गई कि आपने किस है तो लछेटा को बिठा कर रखा है जिसके बाद मिश्रा जी ने सारी बातों को समझते हुए लछेटा की पत्नी से फोन पर थाने पर बात करवाई जिसके बाद सारी बातों को ध्यान में रखते हुए भोपाल पुलिस ने लछेटा उनके पुत्र को पुलिस थाने से छोड़ दिया गया। इस बार शंकरलाल लछेटा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग की झाबुआ मध्य प्रदेश एवं राष्ट्रीय टीम को धन्यवाद प्रेषित किया।
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