मध्य प्रदेश मैं शराब दुकानें खुलने पर मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार को उठाना पड़ सकती है उपचुनाव मैं भारी कीमत
जबलपुर (संतोष जैन) - जबलपुर के सांसद राकेश सिंह का हमेशा यही बोलना रहा है कि यह मेरा विषय नहीं
कांग्रेस उठाएगी उपचुनाव में शराब दुकान का यह मुद्दा भारतीय जनता पार्टी को मिल सकती है बड़ी चुनौती मध्य प्रदेश की सरकार को चेतना होगा वहीं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है उपचुनाव में 22 सीटें हम जीतेंगे भारतीय जनता पार्टी के कुछ विधायक उनके संपर्क में भी हैं यह कहना है कमलनाथ का
जैसे को तैसा कहावत चरितार्थ हो सकती है
अभी भी समय है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी संभल जाएं
कोरोना संक्रमण काल में शराब की दुकान खोलना क्या सही होगा जबलपुर सांसद होने के नाते राकेश सिंह की बड़ी जिम्मेदारी बनती है
मध्यप्रदेश में कुछ समय बाद 22 सीटों पर उपचुनाव होना है ऐसे में कमलनाथ वा कांग्रेस से पार पाना मुश्किल होगा
वही पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र में कैंटोनमेंट एरिया घोषित है
क्या वह भी सरकार का राजस्व बढ़ाने के लिए ग्रामीणों की बलि देने को तैयार हैं
उनकी भी मंत्री बनने की तैयारी पुख्ता दिखाई पड़ती है
कोरोना संक्रमण के कठिन दौर में वे सरकार को समझा सकते हैं
नहीं तो ऐसा लगता है कि वे सरकार के साथ हैं व शराब की दुकान खुलवाने के पक्ष में हैं
जबलपुर वासियों के लिए पक्ष में नहीं सरकार दिखाई पड़ती है
जबलपुर जिले के साथ हमेशा होता है अन्याय
जब भोपाल इंदौर उज्जैन में सारे जिले की दुकानें बंद हैं तो जबलपुर के ग्रामीण इलाके की शराब दुकान क्यों खोली जा रही है
इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार कितनी गंभीर है
शराब की दुकान खोलने से सरकार को फायदा होगा लेकिन उसके दुष्परिणाम कितने होंगे यह नहीं जानते
कोरोना संक्रमण काल में लोगों के पास खाने की व्यवस्था तो नहीं है तो पीने की व्यवस्था कहां से लाएंगे घर-घर वा जिले में झगड़े बढ़ेंगे अभी तो लोग लॉक डाउन में घर से नहीं निकल रहे हैं शराब की दुकान खुलने पर लोगों की लंबी लंबी लाइन देखने को मिलेगी
वहीं पुलिस प्रशासन कोरोना संक्रमण काल में अपनी बखूबी ड्यूटी निभा रही है फिर शराबियों की सुरक्षा में लगेगी मामले भी बढ़ेंगे घटनाएं भी होंगी हम कोरोना के संक्रमण से निपटेगे या शराबियों से सरकार व जवाब देहै अधिकारियों को ध्यान देना होगा
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