किसानों के खतों में पानी घुसने से फसल को नुकसान होने की संभावना | Kisano ke kheto main pani ghusne se fasalko nuksaan

किसानों के खतों में पानी घुसने से फसल को नुकसान होने की संभावना


अंजड़ (शकील मंसूरी) - अंजड के समीपस्थ ग्राम मोहिपुरा में इंदिरा सागर परियोजना की अधूरी पड़ी नहर में पानी छोड़े जाने से कई किसानों के खतों में पानी घुस गया। जिससे किसानों के तैयार पड़े खेतो के अलावा खेतो में लगे गर्मी के कपास की फसल को भी नुकसान होने की संभावना है।

कृषक सुनील रतन सिंह मण्डलोई ने बताया कि उन्होंने लगभग 15 एकड़ खेत को तैयार कर मक्का की फसल लगाने की तैयारी कर ली थी लेकिन अधूरी पड़ी नहर में पानी छोड़े जाने के कारण लगभग 3 एकड़ खेत दल-दल बन गया जिससे बोवनी पिछड़ जाएगी।

इसी तरह से कृषक दामाजी रुखडूजी व प्रकाश रामाजी ने बताया कि हमने हमारे खेत मे गर्मी का कपास लगा रखा है। अधूरी पड़ी नहर में पानी छोड़े जाने से लगभग 12 एकड़ में लगी कपास की फसल प्रभावित होगी।

अन्य प्रभावित कृषक दादू मायाराम, भारत सिंह भगवान सिंह तथा भगवान सिंह फतेसिंह ने बताया कि छापरी फाटे से ग्राम केशरपुरा तक नहर बनाना प्रस्तावित है लेकिन उक्त अधूरी पड़ी नहर का काम पिछले तीन सालों बन्द होने से प्रतिवर्ष नहर किनारे स्थित किसानों का नुकसान होता है व बारिश के दिनों में भी नहर के माध्यम से वर्षा का पानी खेतो में घुसता है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
किसान अधूरी पड़ी नहर को जल्द से जल्द बनवाने की मांग कर रहे है।

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