कठिन परिस्थिति में जीत हासिल करने के लिए कैप्टन का प्रवीण होना जरूरी है | Kathin pristithi main jeet hasil karne ke liye captain ka praveen hona jaruri

कठिन परिस्थिति में जीत हासिल करने के लिए कैप्टन का प्रवीण होना जरूरी है

कठिन परिस्थिति में जीत हासिल करने के लिए कैप्टन का प्रवीण होना जरूरी है

बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - शहर के 63 वर्षीय मोहन भुजबल जो कोरोना महामारी को हराकर आये है। उन्होंने वीडियो संदेश के जरिये कहा हमारे ज़िले को प्रवीण सिंह जैसे अधिकारी का मिलना इस कठिन परिस्थिति में किसी दुवा से कम नहीं। ऐसा कहा जाता है कि किसी भी युद्ध में जीतने के लिए सेनापति का हर कला में *प्रवीण* होना जरूरी है और सरकार ने हमारे जिले को ऐसा ही कलेक्टर प्रवीण सिंह सेनापति दिया है जिसके कारण हम कोरोना जैसे दुश्मन से जंग में जीतने के करीब पहुंच रहे हैं, और किसी भी जीत में सेनापति के साथ-साथ जनता का सहयोग भी जरूरी है हम कोरोना से युद्ध जीतने के करीब हैं अब सारा खेल जनता के हाथ में है, हमारे कैप्टन ने तो मरीजों को स्वस्थ करने में महत्ती भूमिका निभाकर कोरोना योद्धाओं का दोहरा शतक लगाकर अपना काम कर दिया। 


अब आपकी जिम्मेदारी है, आज पूरे देश में श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने हेतु जिस तरीके से फिल्म स्टार सोनू ने दिल से काम किया है, ठीक उसी प्रकार हमारे सेनापति अधिकारी ने भी इन श्रमिकों को अपने घरों तक बसों के माध्यम से पहुंचाने में महती भूमिका निभाई है साथ ही साथ श्रमिक ट्रेन में यात्रा कर रही प्रसूता की तकलीफ देखते हुए उसे ट्रेन से उतारकर हॉस्पिटलाइज कर उसे सर्व सुविधा पूर्वक 1200 सौ किलोमीटर दूर दूसरे प्रदेश में उसके गांव पहुंचाना भी बड़े गर्व की बात है अतः हमारे जिले के लिए बड़े गर्व की बात है कि हमें ऐसा प्रवीण सिंह सेनापति मिला है दिल से आभार ऐसे जन भावनाओं को समझने वाले कप्तान का।

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