जिला प्रशासन की निगाह अब सर्दी खांसी व बुखार वाले मरीजों पर भी विशेष प्रकार से रखी जा रही
*उज्जैन जिलाधीश आशीष सिंह द्वारा बहुत अच्छा अभियान चलाया गया इस अभियान के अंतर्गत कोरोनावायरस पीड़ित को आसानी से जिला प्रशासन ढूंढने में सफलता हासिल करता चला जा रहा है।*
*आइए बताते कैसे मिले 6 संदिग्ध मरीज।*
उज्जैन (रोशन पंकज) - मेडिकल स्टोर से सर्दी खासी और बुखार की दवा लेने वालों के घर पहुंच गई जिला प्रशासन की टीम।
उज्जैन जिलाधीश आशीष सिंह द्वारा उज्जैन और उज्जैन जिले में जितने भी मेडिकल वाले हैं उन सबको निर्देश दे दिए गए यदि कोई भी व्यक्ति सर्दी खासी और बुखार की दवाई लेने आए तो उसका नाम पता आधार कार्ड देख कर ही दवाई देवे यदि ऐसा मेडिकल वाले ने नहीं किया और पता चला तो उसके ऊपर भी सख्त से सख्त कार्रवाई जिला प्रशासन के माध्यम से होगी।
फिर क्या सभी मेडिकल जिला प्रशासन के नियम का पालन करते हुए अपना दायित्व का निर्वहन ईमानदारी के साथ करते हुए सर्दी खासी और बुखार वाले मरीजों का आधार कार्ड देख कर ही उनकी संपूर्ण जानकारी लेकर उनको मेडिसिन दे रहे हैं।
जितने भी मरीज मेडिकल पर पहुंचे और *जिन जिन लोगों ने सर्दी खासी और बुखार की मेडिसिन ली अचानक जिला प्रशासन की टीम उनके घर पर दस्तक दे दी ऐसे में 6 लोग संदिग्ध मिले।*
जिला प्रशासन द्वारा जिले भर में मेडिकल स्टोर संचालकों को उन ग्राहकों के नाम पते और मोबाइल नंबर दर्ज करने के निर्देश दे दिए थे जो सर्दी खासी बुखार सांस की समस्या जैसी बीमारियों की दवाई खरीद रहे मेडिकल स्टोर संचालकों से इन खरीदारों की रोजाना सूची मंगवाई जा रही है इस सूची के आधार पर इन खरीदारों के घर पर पैरामेडिकल की टीम जा रही है और जांच कर रही है इससे पता लगाया जा रहा है जो दवाई ले रहे हैं वह किस तरह बीमार है यदि उनमें संक्रमण के लक्षण हैं तो उनका टेस्ट करवाया जा रहा है प्रशासन के पास पिछले दिनों में 350 से 400 लोगों के नाम सामने आए थे बुधवार को 59 मेडिकल स्टोर से 155 लोगों के नाम आए थे *अपर कलेक्टर बिदिशा मुखर्जी का कहना कि मेडिकल स्टोर से मिले नाम के आधार पर टीम घर-घर जाकर जांच कर रही अब तक 6 गंभीर रोगी मिले जिनकी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।*
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