कोरोना आपदा में ईमानदारी से निर्वाह करने वाले अधिकारीयो का कुछ लोग मनोबल गिरा रहे रहे, इसे बर्दास्त नही किया जाएगा - महेश पटेल | Corona apda main imandari se nirvah karne wale adhikariyon ka kuch log manobal

कोरोना आपदा में ईमानदारी से निर्वाह करने वाले अधिकारीयो का कुछ लोग मनोबल गिरा रहे रहे, इसे बर्दास्त नही किया जाएगा - महेश पटेल

कोरोना आपदा में ईमानदारी से निर्वाह करने वाले अधिकारीयो का कुछ लोग मनोबल गिरा रहे रहे, इसे बर्दास्त नही किया जाएगा - महेश पटेल

आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - कोरोना महामारी के इस दौर में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग,नगर पालिका सहित समाजसेवी संगठन, व्यापारी संघ,मीडियाकर्मी,आदि टीम सही मायने में सराहनीय कार्य कर रही है। परन्तु कुछ तथाकथित स्वार्थी तत्व अधिकारी कर्मचारी ओर  स्वयंसेवी सदस्यों का मनोबल गिरा रहे है।इस मामले में अपनि बात रखते हुए  जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेश पटेल ने बताता की पिछले दिनों केशवनगर कालोनी अध्यक्ष जयंतीलाल राठौड़ द्वारा एक समाचार पत्र में नायाब तहसीलदार सरिता गामड़ के खिलाफ जो झूठे बेबुनियाद आरोप लगाए गए।वो असहनीय  ओर घोर निन्दाजनक है।आपने बताया कि एक तरफ तो जनता कोरोनो आपदा में  अपनी जान दांव पर लगा कर कार्य करने वाले जांबाज अधिकारी कर्मचारियों का सम्मान करने की बात करते हैं दूसरी ओर जो ईमानदारी से इस कार्य मे जी जान से जुटे हुए है उन अधिकारियों और कर्मचारीयो का ऐसे तथाकथित स्वार्थी  तत्व इन समर्पित लोगो का मनोबल गिराने का निन्दाजनक कार्य कर रहे है। जबकि नायाब तहसीलदार दिन रात नानपुर जाकर अपने शासकीय कर्तव्य का ईमानदारी से निर्वहन कर रही है।उनका भी मानव जीवन है।उनका केशवनगर में किराए का मकान भी है।वो सहज सरल से  वहां आ जा सकती है।नियम कायदों को वो पूर्णतः पालन भी कर रही है।उनके कार्य व्यवहार से कालोनी के अन्य किसी को भी कोई तकलीफ नही है। सिर्फ अध्यक्ष राठौड़ उनका मनोबल गिराने ओर अदिवासी महिला को प्रताड़ित करने पर तुले हुए है ।नानपुर अलीराजपुर जिले में आता है। वहां की स्थिति भी  कंट्रोल में है।झूठी सम्भावनाओ से किसी के कद  को नही आंका जा सकता है। कालोनी के अध्यक्ष ने जो आरोप लगाए हैं वे सरासर बेबुनियाद है। पटेल ने बताया कि आज उनके समक्ष ये मामला संज्ञान में आया है। अनेक लोग ओर प्रशाशनिक अधिकारी कर्मचारियों,ओर आम जनता,कालोनी के लोगो  ने बताया कि  महिला अधिकारी के खिलाफ ये जो समाचार छपा है वो पूर्णतः गलत निराधार है।एक कर्त्तव्यनिष्ठ आदिवासी महिला अधिकारी के साथ ये सरासर अत्याचार और प्रताड़ना है।आपने कहा कि कोरोनो आपदा में अपना घर परिवार को छोड़ कर जो अदिवासी महिला  अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रही है उसका मनोबल तोड़ने की नाकाम कोशिश की जा रही है।ऐसे स्वार्थी तत्त्वों के ख़िलाफ़ एट्रो सिटी एक्ट ओर कोरोनो आपदा एक्ट में उनके स्तर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।इस सम्बंध में उन्होंने शाशन प्रशासन को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग भी की है। आपने कहा बताया कि जिले के सभी ब्लाकों  आजादनगर, उदयगढ़,जोबट,आलीराजपुर,
कट्ठीवाड़ा, सोंडवा में महिला पुरुष अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा प्रशंशनीय कार्य किया जा रहा है।कायदे से उनका सम्मान होना चाहिए।आपने कहा कि केंद्र,प्रदेश शासन,अनुसार जो लॉक डाउन आदि की जो एडवाइजरी जारी हुई है उसका आम जनता पूर्णतः पालन करे।डिस्टेंस का पूर्णतः पालन किया जाए।साथ ही आम जनता के जान माल की सुरक्षा में लगे अधिकारियों का सम्मान किया जाए।उन्हें सहयोग किया जाए।ताकि कोरोनो महामारी से इस जिले सहित देश प्रदेश को शीघ्र मुक्ति मिल सके।

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