गन्ने के रस से हुआ दादा आदिनाथ का अभिषेक, तपस्वियों ने किए गन्ने के रस से पारणे | Ganne ke ras hua dada adinath ka abhishek

गन्ने के रस से हुआ दादा आदिनाथ का अभिषेक, तपस्वियों ने किए गन्ने के रस से पारणे

गन्ने के रस से हुआ दादा आदिनाथ का अभिषेक, तपस्वियों ने किए गन्ने के रस से पारणे

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - बावन जिनालय,गौडी पाश्र्वनाथ मंदिर, महावीर बाग, रंगपुरा , दादा वाडी, नाकोडा पाश्र्वनाथ मंदिर में रविवार को सुबह 5 बजे गन्ने के रस के साथ भगवान आदिनाथ का अभिषेक विधिविधान से किया गया।  साथ ही सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन किया गया। चुकी साल भर कई तपस्वी “वर्षीतप” की तपस्या करते है। जिसका पारणा आज वो अपनी ईच्छा अनुसार तीर्थ स्थानों पर जाकर पारणे करते है।  इस बार महामारी के चलते सभी तपस्वियों ने अपने अपने घर एवं निकटतम साध्वी एवं साधु भगवंतों के मार्गदर्शन में पारणे किये। जिसमे झाबुआ में सरल हदय साध्वी श्री स्वयं प्रभा श्री जी महाराज, सा की सुशिष्या एवं राष्ट्रसंत श्रीमद विजय जयंत सेन सुरिश्वरजी महाराजा एवं नित्यसेन सुरीश्वरजी मसा की सुशिष्या आज्ञानुवर्ती मात्र हदय श्री कोमलता श्रीजी महाराज साहेब श्रीसंघ उपाध्यक्ष राजेन्द्र रुनवाल, सपना जयेश संघवी, सरिता मुकेश रूनवाल, कुमारी मोना आत्मजा संतोष रूनवाल को वर्षितप तपस्या का पारणा करवाया । यह साल भर की पूर्णाहुति के रूप में माना जाता है जिसे वर्षीतप कहते है। तपस्वियों द्वारा गन्ने के रस से पारणा कर पूर्ण की जाती है। श्री संघ के श्रावक श्राविकाओ ने पारणा के सभी तपस्विवयो के घर जाकर उनकी अनुमोदना की गई।

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