चोरी की बिजली से वन विभाग करवा रहा भवन निर्माण
बिना विद्युत कनेक्शन कर लिए आधा करोड़ के भवन निर्माण
आमला (रोहित दुबे) - अगर आम आदमी बिजली का बिल न जमा करे तो बिजली विभाग उसका जीना मुहाल कर देता है उसके घर की बिजली काट दी जाती है ।लेकिन कोई सरकारी अधिकारी अगर विभाग के नियम कायदों को ठेंगा दिखाए तो वहां एम पी ई बी विभाग चुप्पी साध लेता है । ब्लाक में कई ग्रामो में हो रहे वन विभाग के भवन निर्माणों में बिजली चोरी करने के मामले प्रकाश में आया है ।जानकारी के मूताबिक शहर में स्थित वन परिसर में लगभग 25 लाख के भवन निर्माण का कार्य विभाग द्वारा करवाया जा रहा है जिसमे भवन की छत निर्माण के बाद फिनिसिंग कार्य चल रहा है लेकिन उक्त निर्माण कार्य मे अब तक कोई टेम्परि कनेक्शन नही लिया गया । बल्कि परिसर में स्थित रेंजर के सरकारी आवास की बिजली से ही भवन का पूरा निर्माण निपटा दिया गया ।उसी बिजली से भवन के फाउंडेशन सहित स्लेप ,टैंक स्लेप व अन्य कार्यो का लोहा सरिया कटवाया गया ।तथा बिल्डिंग में दिन में तीन पानी तराई हेतु भी वही बिजली का उपयोग किया गया।जबकि नियमानुसार यह कार्य कमर्शियल बिजली कनेक्शन के द्वारा करवाना चाहिये था ।लेकिन विभाग के आला अधिकारियों ने नियम कायदों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी चलाई ।जबकी बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने वन विभाग के अधिकारियों को बिजली कनेक्शन लेने की हिदायत भी दी थी ।लेकिन उन्होंने कनेक्शन नही लिया ।दूसरी ओर ग्राम कलमेश्वरा में भवन निर्माण में भी चोरी की बिजली लेकर भवन बनाया गया और वर्तमान में भवन के स्लेप का कार्य होना है जिसके लिए विभाग द्वारा पास में लगे बिजली के खम्बो से बिजली चोरी की जा रही है ।और बिजली चोरी के लिए भी खुलेआम तार भवन के पास से नीचे जमीन में डालकर खम्भो पर लगाया गया है जिससे कोई भी दुर्घटना हो सकती थी पास में ही मिडिल से लेकर हाईस्कूल है जहाँ से छात्रों की आवाजाही रहती है।इसके अलावा भोपाली,बिच्छूखान में भी वन विभाग द्वारा लाखो की लागत के भवन निर्माण कराए जा रहे है जिसमे भोपाली में फिनिसिंग टाइल्स कार्य व बिच्छूखन में लगभग कार्य पूर्ण होने पर है लेकिन यहां भी आज तक कोई बिजली कनेक्शन नही लिए गए ।जिससे प्रतीत होता है कि वन विभाग द्वारा खुलेआम बिजली चोरी कर लगभग आधा करोड़ के भवन निर्माण कर बिजली विभाग को अच्छी खासी चपत लगाई गई है ।बिजली विभाग की माने तो वह वन विभाग कार्यालय के बिजली के बिल राशि लंबे समय से अटकी हुई है सिर्फ करंट माह का बिल ही विभाग दे रहा है पुरानी राशि जो लगभग 20 हजार के आसपास वह जमा ही कर रहा है ।
इनका कहना है
बिच्छूखांन अन्य ग्रामो में भवन निर्माण हेतु कनेक्शन नही लिए गए है अगर बिजली चोरी की जा रही तो कार्यवाही की जाएगी।
इंद्रपाल भलावी
जे ई ग्रामीण विद्युत कार्यालय
इनका कहना है
अगर बिजली चोरी की गई है तो एम ई बी में शिकायत करे।
पी डी गब्रियल
डी एफ ओ वन विभाग
इनका कहना है
फारेस्ट केम्पस भवन निर्माण के लिए कई मर्तबा कहने के बाद कनेक्शन नही लिए गए।
चेतना सावनेर
जे ई शहरी विद्युत विभाग आमला
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